South Africa Cricket: दक्षिण अफ्रीका ने पिछले कुछ सालों में व्हाइट बॉल क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया और कई आईसीसी टूर्नामेंट में अपने खेल से सबको प्रभावित किया। इस सफलता में हेड कोच रॉब वाल्टर की बड़ी भूमिका रही, लेकिन अब उन्होंने अपने पद से खुद ही इस्तीफा दे दिया। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड ने इसकी पुष्टि कर दी है। वाल्टर ने निजी कारणों का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से पद छोड़ने का फैसला किया है।
शानदार रहा है प्रदर्शन
रॉब वाल्टर की कोचिंग में दक्षिण अफ्रीका ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 में अपना पहला पुरुष वर्ल्ड कप फाइनल खेला। इसके अलावा, वनडे वर्ल्ड कप 2023 में टीम सेमीफाइनल तक पहुंची और पिछले महीने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी क्वालीफाई किया।
हालांकि, द्विपक्षीय सीरीज में टीम का प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा। उनके कार्यकाल में दक्षिण अफ्रीका ने 7 वनडे सीरीज खेलीं, जिनमें से 3 में हार मिली, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू मैदान पर पहली बार वाइटवॉश भी शामिल है। टीम ने 8 टी20I सीरीज भी खेलीं, लेकिन सिर्फ 1 सीरीज में जीत हासिल कर सकी। वाल्टर ने हमेशा यह कहा कि द्विपक्षीय सीरीज में उनके पास पूरी ताकत वाली टीम कम ही रहती थी। कई बार खिलाड़ियों को आराम दिया जाता था, उन्हें फ्रेंचाइजी लीग खेलने की इजाजत दी जाती थी या फिर दूसरे फॉर्मेट को ज्यादा प्राथमिकता मिलती थी। हालांकि, टीम के खराब प्रदर्शन के बीच ये वजहें अक्सर नजरअंदाज कर दी जाती थीं।
इन्हें मिल सकती है जिम्मेदारी
2023 से दक्षिण अफ्रीका की कोचिंग व्यवस्था में बदलाव हुआ है। शुकरी कॉनराड को टेस्ट टीम का कोच बनाया गया था, जबकि वाल्टर को वनडे और टी20 टीमों का प्रभारी बनाया गया। कॉनराड ने टेस्ट टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचाया है, जो जून में होगा। अगर टीम एक साथ दोनों भूमिका अपनाती है, तो कॉनराड को व्हाइट-बॉल टीमों की जिम्मेदारी भी मिल सकती है।
वनडे और टी20 टीमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के दौरे से पहले जुलाई में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलेंगी। इसके बाद अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप से पहले वे वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच घरेलू टी20 मैच खेलेंगी।