TrendingYear Ender 2025T20 World Cup 2026Bangladesh Violence

---विज्ञापन---

टूटने वाला है दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, कारण जानकर होगी हैरानी 

Jawaharlal Nehru Stadium: साल 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स दिल्ली में हुआ था. जिसके लिए 961 करोड़ रुपए खर्च करके सरकार ने इस स्टेडियम का पुननिर्माण किया था. हाल में ही हुए वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप से पहले भी इस स्टेडियम पर 50 करोड़ खर्च किए गए थे. अब इस स्टेडियम को फिर से तोड़ा जाने वाला है. जिसके पीछे का कारण फैंस को खुश कर सकता है.

jawahar lal nehru stadium

Jawaharlal Nehru Stadium: दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. इस स्टेडियम को अब सरकार तोड़ने वाली है. साल 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए इस स्टेडियम में 961 करोड़ रुपए का काम कराया गया था. उसके बाद हाल में ही इस स्टेडियम में वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप से पहले भी 50 करोड़ का काम हुआ था. हालांकि खेल मंत्रालय अब इस स्टेडियम का कायाकल्प करके यहां स्पोर्ट्स सिटी बनाना चाहता है. 

दिल्ली में बनने वाला है स्पोर्ट्स सिटी 

सूत्रों के मुताबिक जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम की जगह खेल मंत्रालय स्पोर्ट्स सिटी बनाना चाहता है. जिसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. फिलहाल कई शहरों के अलग-अलग मॉडलों को मंत्रालय समझ रहा है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए एक सूत्र ने कहा, ‘इस परियोजना के लिए अभी कोई समय-सीमा तय नहीं है क्योंकि यह विचाराधीन चरण में है. हम दोहा जैसे खेल शहरों का आकलन कर रहे हैं.यह सब हो जाने के बाद, हम योजना चरण पर आगे बढ़ेंगे.’ इस स्टेडियम को 1982 के एशियन गेम्स के लिए बनाया गया था. जिसके बाद से ही कई बड़े आयोजन इस स्टेडियम में हो चुके हैं.

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: शादीशुदा एक्ट्रेस से ब्याह रचाने वाला है CSK का पूर्व स्टार खिलाड़ी, बिग बॉस में भाग ले चुकी है खूबसूरत हसीना

---विज्ञापन---

कई खेलों का इस स्टेडियम में होता है आयोजन 

मौजूदा समय में एक मुख्य फुटबॉल स्टेडियम और एथलेटिक्स ट्रैक के अलावा इस परिसर में तीरंदाजी अकादमी, बैडमिंटन कोर्ट, भारतीय खेल प्राधिकरण, राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी और राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला के कार्यालय भी इसी में था. ऐसे में यहां के सभी कार्यालय को कही ओर लेकर जाएंगे. जिसके बाद ही स्टेडियम में ध्वस्त किया जाएगा. इसके साथ ही यहां पर आवासीय परिसर भी बनाए जाएंगे. जिससे एथलीट किसी कार्यक्रम में भाग लेने आए, तो यहां रुक भी सके. 102 एकड़ जमीन इस स्टेडियम के पास है, ऐसे में मंत्रालय इसका पूरा इस्तेमाल करना चाहता है. अभी इसका अधिकतर हिस्सा इस्तेमाल नहीं होता है. 

ये भी पढ़ें: संजू सैमसन की चाहत में अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने वाली है CSK? जडेजा के साथ एक और मैच विनर खिलाड़ी ट्रेड करने को तैयार!


Topics:

---विज्ञापन---