IND vs SA 2nd Test: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है. दूसरे टेस्ट की पहली पारी में साउथ अफ्रीका ने 489 रन ठोककर मैच में पकड़ मजबूत बना ली है. भारतीय टीम पहले ही कोलकाता में खेला गया पहले टेस्ट मैच हार चुकी है. अब अगर टीम इंडिया को यह टेस्ट जीतना है, तो कमाल का खेल दिखाना होगा.
दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने पहली पारी में 9 रन बना लिए थे. अब तीसरा दिन दोनों ही टीमों के लिए काफी अहम होने वाला है. इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने गुवाहाटी टेस्ट मैच जीतने के लिए काफी अटपटी और चौंकाने वाली सलाह दे दी है.
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टीम इंडिया को रवि शास्त्री की अटपटी सलाह?
रवि शास्त्री का मानना है कि भारतीय बल्लेबाजों को पहली पारी में ज्यादा टाइम नहीं लगाना चाहिए और तेजी से रन बनाने चाहिए. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़े तो भारत को अपनी पहली पारी साउथ अफ्रीका से 100 रन कम स्कोर पर ही डिक्लेयर कर देनी चाहिए, ताकि दूसरी पारी में जल्दी विकेट लेकर मैच अपने पक्ष में कर सके. गौरतलब है कि भारत ने टेस्ट इतिहास में सिर्फ 4 बार ऐसा किया है. यानी दूसरी पारी में विपक्षी से कम स्कोर पर पारी घोषित की है और चारों बार टीम इंडिया कभी नहीं जीती. एक मैच हारा और तीन ड्रॉ हुए.
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रवी शास्त्री ने क्या कहा?
शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत में कहा, “कल इंडिया को बड़े फैसले लेने होंगे. देखना होगा कि बल्लेबाज नई गेंद से कैसे निपटते हैं, फिर गेम को तेजी से आगे बढ़ाना होगा. हो सकता है आपको कम स्कोर पर ही डिक्लेयर करना पड़े और फिर दूसरी इनिंग में जल्दी आउट करने की कोशिश करनी पड़े.”
उन्होंने आगे कहा, “आप 489 के बराबर स्कोर तक पहुंचने का इंतजार नहीं कर सकते हैं. उसमें बहुत टाइम लगेगा. हो सकता है आपको 80, 90, यहां तक कि 100 रन पीछे रहकर भी डिक्लेयर करना पड़े और फिर देखना होगा कि मैच कैसे जाता है.”
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टेस्ट इतिहास में अब तक सिर्फ 3 बार हुआ है ऐसा
टेस्ट क्रिकेट में अब तक 33 बार टीमों ने पीछे रहते हुए पारी घोषित की है, और सिर्फ 3 बार ही जीत मिली है. भारत ने ऐसा 4 बार किया है, लेकिन कभी जीत नहीं पाई. 1948 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 103 रन पीछे रहकर डिक्लेयर किया था और हार मिली थी. बाकी तीन मैच फैसलाबाद 1978 (41 रन पीछे), कानपुर 1982 (1 रन पीछे) और नागपुर 2012 (4 रन पीछे) ड्रॉ रहे.