Vijay Hazare Trophy 2023: साल 2002 में पहली बार नेशनल लेवल पर विजय हजारे ट्रॉफी का आगाज हुआ था। 21 साल में पहली बार हरियाणा की टीम ने ये खिताब अपने नाम किया है। फाइनल मुकाबले में हरियाणा ने राजस्थान को 30 रनों से हराकर खिताब जीता। अशोक मेनारिया की कप्तानी वाली हरियाणा की टीम ने पहले खेलते हुए 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 287 रन बनाए थे। जवाब में राजस्थान की टीम अभिजीत तोमर के शतक के बावजूद 257 रन ही बना पाई। हरियाणा की इस जीत में हीरो रहे हर्षल पटेल। पूरे टूर्नामेंट में हरियाणा की टीम अजेय रही है।
पहले 4 ओवर में पिटाई, फिर हर्षल ने धूम मचाई
हर्षल पटेल हरियाणा की इस जीत में नायक साबित हो गए। पहले चार ओवर में उन्होंने 31 रन लुटाए थे। फिर अभिजीत तोमर और कुणाल सिंह राठौर की जोड़ी 121 रन जोड़कर खतरनाक लग रही थी। इसके बाद 38वें ओवर में हर्षल ने आते ही ऐसी धूम मचाई की वहां से मैच पलट गया। पहले 38वें ओवर में उन्होंने शतकवीर अभिजीत तोमर को पवेलियन भेजा। उसके बाद 44वें ओवर में कुणाल और 46वें ओवर में कुकना अजय सिंह का विकेट लेकर उन्होंने मैच ही पलट दिया। यहां से राजस्थान की टीम उबर नहीं पाई।
हर्षल के अलावा सुमित कुमार ने भी हरियाणा के लिए तीन विकेट लिए। वहीं राहुल तेवतिया और अंशुल कंबोज को 2-2 सफलताएं मिलीं। इससे पहले बल्लेबाजी में हरियाणा के लिए अंकित कुमार ने 88 और कप्तान अशोक मेनारिया ने 70 रनों की अर्धशतकीय पारियां खेली थीं। राजस्थान के लिए अभिजीत ने 106 और कुणाल ने 79 रन बनाए लेकिन उनकी पारियां काम नहीं आईं। राजस्थान के कप्तान दीपक हुड्डा का बल्ला नहीं चला और वह पहली गेंद पर ही डक पर आउट हो गए।