Amit Mishra on MS Dhoni: एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तान रहे हैं. उनकी कप्तानी में कई सारे प्लेयर्स ने अपना करियर बनाया है. अमित मिश्रा शानदार लेग स्पिनर रहे हैं लेकिन भारत के लिए उन्हें ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला. लगातार अच्छी तरह परफॉर्म करने के बावजूद वो अपने 9 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर में सिर्फ 68 मैच खेल पाए. कई लोग कहते हैं कि मिश्रा का करियर धोनी ने बर्बाद कर दिया और उन्हें मौके नहीं दिए. अब मिश्रा ने रिटायरमेंट के बाद इस विषय पर खुलकर बात की.
धोनी ने बर्बाद किया मिश्रा का करियर?
अमित मिश्रा ने हाल ही में मेंस एक्सपी को इंटरव्यू दिया और इसी बीच उन लोगों को जवाब दिया, जिन्हें लगता है कि धोनी ने उनका करियर बर्बाद किया. मिश्रा ने क्लियर किया कि कैप्टेन कूल ने उनका करियर बर्बाद नहीं किया, बल्कि उन्हें मौके दिए. उन्होंने कहा, 'लोग कहते हैं कि एमएस धोनी नहीं होते, तो मेरा करियर बेहतर होता. हालांकि, अगर वो नहीं होते, तो शायद मैं टीम में भी नहीं होता. मैं उनके नेतृत्व में ही टीम में आया था. मैं वापसी करता रहा. वो कप्तान के तौर पर लगातार मानते रहे, तभी मेरी वापसी होती रही. ये चीजों को देखने का एक सकारात्मक नजरिया है.'
---विज्ञापन---
ये भी पढ़ें:- IPL का रोमांच फेल करेगी विजय हजारे ट्रॉफी! हर एक टीम में भरे हैं चैंपियन सितारे, देखें पूरी लिस्ट
---विज्ञापन---
आखिरी सीरीज में भी मिला धोनी का सपोर्ट
अमित मिश्रा ने बताया कि उनकी आखिरी वनडे सीरीज में भी धोनी ने उन्हें पूरी तरह से सपोर्ट किया. उनकी सलाह के कारण ही वो विकेट लेने में सफल हुए. उन्होंने कहा, 'मेरे पास सपोर्ट है. जब भी मैं प्लेइंग 11 में था, ऐसा कभी नहीं था कि धोनी मेरे पास नहीं आए और मुझे टिप्स नहीं दी. वो हमेशा मुझे चीजें बताते थे.'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं न्यूजीलैंड के खिलाफ खेल रहा था और वो मेरी आखिरी वनडे सीरीज थी. एमएस धोनी कप्तान थे. ये मुश्किल गेम था और मैं बॉलिंग करने आया. हमने मैच में 260-270 रन बनाए थे. मैं रन रोकने की कोशिश कर रहा था, विकेट लेने की नहीं. कुछ ओवर बाद धोनी आए और मुझे समझाया. इसके बाद मुझे विकेट मिल गया.'