Science News: नासा के इंजेन्यूटी हेलिकॉप्टर ने मंगल पर पूरी की 50 उड़ानें
डॉ. आशीष कुमार। इंजेन्यूटी (Ingenuity Helicopter) मार्स (Mars) पर उड़ान भरने वाला पहला हेलिकॉप्टर है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के अनुसार इंजेन्यूटी हेलिकॉप्टर का प्रदर्शन उम्मीद से अच्छा रहा है। अब तक इसने मार्स के आसमान में 50 सफल उड़ाने भरी हैं। 50वीं उड़ान में इंजेन्यूटी ने करीब 145 सेकेंड में 322 मीटर से अधिक की दूरी तय की। उड़ान दूरी के मामले में इंजेन्यूटी ने मार्स पर रिकॉर्ड बनाया है।
हेलिकॉप्टर ने 800 मीटर चौड़े ‘बेल्वा क्रेटर‘ (Belva Crater) के पास उतरने से पहले 18 मीटर की ऊंचाई का नया रिकॉर्ड भी हासिल किया। इस सफलता पर नासा ने खुशी जाहिर की है। पिछला रिकॉर्ड 23.3 किमी प्रति घंटे और उड़ान ऊंचाई 16 मीटर था, जो लाल ग्रह पर इंजेन्यूटी ने 49वीं उड़ान के दौरान हासिल किया था।
इंजेन्यूटी फरवरी, 2021 में लाल ग्रह की सतह पर उतरा था, जो नासा के मार्स पर्सिवरेंस रोवर (Perseverance Rover) के साथ जुड़ा हुआ था। मार्स पर इसकी पहली उड़ान 19 अप्रैल, 2021 को हुई थी। 21 अप्रैल, 2023 को इंजेन्यूटी मंगल ग्रह पर जारी अपनी सफल यात्रा के दो साल पूरा करेगा। यह हेलिकॉप्टर अब तक मंगल पर कुल 89 मिनट से अधिक की उड़ान और 11.6 किमी से अधिक की दूरी तय कर चुका हैं।
हालांकि शुरुआती आंकलन में वैज्ञानिकों ने इससे 5 उड़ानों की उम्मीद की थी। इस लिहाज से इंजेन्यूटी 45 अधिक उड़ानें उड़ चुका है, जोकि इसके सफल प्रदर्शन को साबित करता है। इंजेन्यूटी पर बढ़िया किस्मे के कैमरे और प्रोसेसर लगे हुए हैं।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में इनजेन्यूटी टीम के प्रमुख टेडी टेजेनेटोस इसकी सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहते हैं कि ‘जब इसने पहली बार उड़ान भरी थी, तो हमने सोचा था कि इंजेन्यूटी से हम पांच उड़ानें करवाने में सफल रहते हैं, तो हम खुद को भाग्यशाली मानेंगे, अब तक हमने अपने अपेक्षित उड़ान समय को पार कर लिया है। हमारा तकनीकी प्रदर्शन उम्मीद से 1250 प्रतिशत अधिक अच्छा रहा है और इसने उम्मीद से 2,214 प्रतिशत अधिक दूरी तय की है। हालांकि, अच्छे प्रदर्शन की भी एक कीमत चुकानी पड़ती है, हेलीकॉप्टर के कुछ कम्पोनेंट कमजोरी के संकेत देने लगे हैं।’
टेजेनेटोस कहते हैं कि ‘हम इतनी दूर आ गए हैं, अभी हम और आगे जाना चाहते हैं, हम शुरुआत से ही जानते कि थे कि मंगल ग्रह पर हमारे प्रदर्शन की सीमाएं हैं, आगे के सफल प्रदर्शन का प्रतिदिन हमारे लिए आशीर्वाद की तरह होगा। मिशन कल, अगले सप्ताह या अब से कुछ महीनों बाद समाप्त हो सकता है। इंजेन्यूटी कितने दिन और काम करेगा इसकी कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता है।
आने वाले दिनों में मिनी हेलिकॉप्टर को और भी चुनौतीपूर्ण इलाकों का सामना करना पड़ेगा। रोवर और हेलिकॉप्टर दोनों को मिलकर मंगल पर काम करना होता है। रोवर बहुत आगे निकल जाता है या किसी पहाड़ी की ओट में आ जाता है तो दोनों संचार खो सकते हैं। पर्सिवरेंस रोवर वर्तमान में मार्स के ‘माउंट जूलियन’ (Mount Julian) की ओर जा रहा है, वह वहां रास्ते में पड़ने बेल्वा क्रेटर की मनोरम तस्वीरें लेगा।
(लेखक इंटरनेशनल स्कूल ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंटर स्टडीज (ISOMES) में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं)
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