तामसिक भोजन से रहें दूर
इस दिन मांस, मछली, प्याज, लहसुन जैसी तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। ये नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं और व्रत की पवित्रता को भंग करते हैं। इस दिन सात्विक भोजन और फलाहार का ही सेवन करें।इन रंग के कपड़ों से बचें
व्रत के दिन काले या नीले रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है। ये रंग नकारात्मकता का प्रतीक माने जाते हैं। इसके बजाय लाल, पीला या गुलाबी रंग पहनें, जो सौभाग्य, ऊर्जा और प्रेम का संकेत देते हैं।न करें कठोर या रूखा व्यवहार
व्रत का भाव सेवा, संयम और प्रेम पर आधारित होता है। इस दिन किसी से झगड़ा करना, कटु भाषा बोलना या अपमान करना शुभ नहीं होता। शांत, सौम्य और श्रद्धा-पूर्ण व्यवहार रखें, विशेष रूप से अपने घर-परिवार के लोगों के साथ।शरीर और मन की शुद्धता है जरूरी
व्रत का पालन सिर्फ बाहरी नियमों से नहीं, आंतरिक शुद्धता से भी होता है। सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें, पूजा से पहले मोबाइल, टीवी आदि से दूरी बनाएं और पूजा के दौरान ध्यान केंद्रित रखें। मानसिक एकाग्रता और श्रद्धा से की गई पूजा ही फलदायी होती है।पूजा विधि में न करें लापरवाही
व्रत की पूजा में सावधानी रखें। वट वृक्ष की 7 बार परिक्रमा करें, सूत (कच्चा धागा) वृक्ष पर लपेटें और फल, फूल, दीप, रोली, अक्षत आदि से विधिवत पूजन करें। यदि संभव हो तो व्रत कथा भी सुनें या पढ़ें। पूजा के बाद सुहाग सामग्री का दान करना भी शुभ माना जाता है। ये भी पढ़ें: Morning Habits: सुबह उठते ही बिना नहाए कर लें ये 3 काम, खिंची चली आएगी खुशियां और धन-धान्य
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।