ऐसे करें महादेव का जलाभिषेक
इस दिन भगवान शिव के मंदिर में जाकर मां पार्वती सहित उनकी पूजा-अर्चना करें। शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, घी आदि से अभिषेक करें। इसके बाद महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर सफेद चंदन के साथ 3 या 5 बेलपत्र चढ़ाएं। इसके बाद ॐ नमः शिवाय मंत्र की एक, तीन या पांच माला का जाप करें। इस मंत्र का जाप करने से मन शांत होता है और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।जलाभिषेक के बाद करें ये उपाय
हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार, शिव मंदिर से पूजा और जलाभिषेक के बाद जिस लोटे से आप शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं, उसे कभी घर वापसी में कभी भी खाली नहीं लाना चाहिए। लोटे में शिवलिंग पर चढ़ा हुआ एक-दो फूल या बेलपत्र या कुछ नहीं हो तो शिव जी पर चढ़ी हुई पवित्र जल की कुछ धारें या बूंदें ही ले लेनी चाहिए। लेकिन कभी ही जलाभिषेक के लोटे या कलश को खाली वापस लेकर नहीं आएं। उपाय: जलाभिषेक के बाद लोटे या कलश में शिवलिंग पर चढ़ा हुआ थोड़ा जल लें। हाथ की तीन उंगलियों से जल को स्पर्श कर महादेव के त्रिशूल का अभिषेक करें। फिर उस जल को घर पर लाने के बाद सभी महत्वपूर्ण और शुभ जगहों पर छिड़क दें। मान्यता है कि उसी दिन से घर में यश और धन बढ़ने लगता है। कहते हैं, जो साधक-साधिका सच्चे मन से यह उपाय करता है, उसकी संपत्ति और शोहरत बढ़ती ही जाती है। साथ ही इस प्रभावशाली उपाय से जीवन की अनेक समस्याएं जड़ से समाप्त हो जाती हैं। ये भी पढ़ें: मां से मिली उपेक्षा…गुरु से शाप और इंद्र से छल, जानें कर्ण से जुड़ी अनसुनी कहानियां ये भी पढ़ें: महाभारत का पूरा युद्ध देखने वाले बर्बरीक कलियुग में कैसे बने कृष्ण के अवतार खाटू श्याम? जानें अद्भुत कहानी
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