Skanda Sashti Vrat 2025: स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय को शिव और पार्वती के पुत्र तथा युद्ध के देवता के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान कार्तिकेय ने राक्षस तारकासुर का वध किया था। इसके साथ ही इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और भगवान कार्तिकेय की पूजा करते हैं उनके नाम का जाप करते हैं। स्कंद षष्ठी पर की गई उपासना से साहस, शक्ति और शत्रुओं पर विजय मिलती है।
यह पर्व अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने का माध्यम माना जाता है। अगर आप स्कंद षष्ठी व्रत की रात में कुछ विशेष उपाय करते हैं तो इससे बिगड़े काम बन सकते हैं और आपके जीवन में धन वर्षा हो सकती है। आइए जानते हैं 3 उपायों के बारे में जिन्हें आप आज की शाम कर सकते हैं।स्कंद षष्ठी के 3 सरल और प्रभावशाली उपाय
कार्तिकेय मंत्र का जाप करें
स्कंद षष्ठी के अगर आप ॐ षण्मुखाय नमः के मंत्र का 108 बार जाप करते हैं तो इससे आपके जीवन की सभी परेशानियां खत्म होती है साथ ही यह मंत्र शत्रु नाश, साहस और मानसिक शक्ति प्रदान करता है।
सिंदूर और गुड़ का भोग लगाएं
स्कंद षष्ठी के दिन आप भगवान कार्तिकेय को सिंदूर और गुड़ का भोग लगाएं और बाद में इसे प्रसाद रूप में ग्रहण करें और सभी को दें। यह उपाय सफलता और सौभाग्य बढ़ाने में सहायक होता है।
छोटे बच्चों को वस्त्र और मिठाई दान करें
स्कंद षष्ठी के दिन ब्रह्मचर्य रूप में कार्तिक की कृपा पाने के लिए बच्चों को वस्त्र, फल या मिठाई का दान करें। इससे घर में सुख-शांति और संतुलन बना रहती है।