Kaalchakra News24 Today, Pandit Suresh Pandey: सनातन धर्म के लोगों के लिए ज्योतिष शास्त्र का खास महत्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि यदि घर में मौजूद छोटी-से-छोटी चीज को आप सही दिशा व स्थान में रखते हैं, तो उसका सकारात्मक प्रभाव परिवार के हर एक सदस्य के ऊपर पड़ता है। इससे वास्तु दोष तो लगता ही नहीं है। साथ ही घरवालों के बीच प्रेम और अपनापन भी बढ़ता है। इसलिए आज के कालचक्र में पंडित सुरेश पांडेय आपको आईना यानी शीशे से जुड़े जरूरी वास्तु नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं।
बेडरूम में कहां शीशा नहीं लगाना चाहिए?
बेडरूम में बिस्तर के सामने आईना लगाने से पति-पत्नी के बीच झगड़े होते हैं। बेडरूम में लगे आईने में शरीर का कोई भी अंग दिखाई नहीं देना चाहिए। यदि ऐसा होता है, तो घर में तनाव की स्थिति हर समय बनी रहती है।
कुंवारे लड़के और लड़कियों के कमरे में दरवाजे के सामने कभी भी आईना नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से अविवाहित लोगों की शादी में बहुत रुकावटें आती हैं।
अलमारी के अंदर या बाहर की तरफ भी शीशा नहीं लगाना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर और दुकान में रखी तिजोरी के सामने आईना लगाना शुभ माना जाता है। इससे आपको कभी भी पैसों की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा आपकी प्रॉपर्टी में भी इजाफा हो सकता है।
घर या दुकान के मेन गेट के पास आईना लगाना शुभ माना जाता है। इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास नहीं होगा। परिवार के सदस्यों और दुकान को बुरी नजर नहीं लगेगी। अगर घर में लड़ाई-झगड़े बढ़ रहे हैं या दुकान की बिक्री में कमी हो रही है, तो ऐसी परिस्थिति में भी घर या दुकान के मुख्य दरवाजे के पास शीशा लगाना अच्छा रहेगा।
घर के स्टोर रूप में आईना लगाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे आपके घर में मां लक्ष्मी की सदा कृपा बनी रहेगी। घर में कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होगी। इसके अलावा परिवार के सभी सदस्यों के बीच सदा प्रेम बना रहेगा।
जिस जगह बैठकर बच्चे पढ़ाई करते हैं, उसके सामने वाली दीवार पर शीशा लगाना शुभ माना जाता है। इससे बच्चों की एकाग्रता और याददाश्त शक्ति बढ़ेगी। बच्चों का पढ़ाई में ज्यादा मन लगेगा।