Holika Dahan Upay: रंगों के त्योहार होली से एक दिन पहले होलिका दहन का पर्व मनाया जाता है। ये खास दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। पौराणिक कथाओं की मानें तो भक्त प्रहलाद की बुआ होलिका प्रह्लाद को मारने के लिए आग में बैठ गई थी, लेकिन भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद ने बिना डरे श्री हरि के नाम का जाप किया और आग में उसकी बुआ होलिका भस्म हो गई जबकि, प्रह्लाद को कुछ नहीं हुआ और वो सुरक्षित रहें। इसके बाद से ही होलिका दहन का पर्व मनाया जाने लगा।
इस साल 13 मार्च गुरुवार को होलिका दहन है। इस दिन प्रदोष काल में पूजा और उपाय करना शुभ माना जाता है। पंडित सुरेश पांडेय ने होलिका दहन की राख का खास उपाय बताया है जिसे अपनाकर कई तरह के संकटों से मुक्ति पाई जा सकती है। घर से बीमारियों से लेकर क्लेश और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए होलिका दहन के दिन उपाय अपना सकते हैं। आइए संकटों को दूर करने वाले 5 महाउपाय जानते हैं।
होलिका की राख है चमत्कारी!
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार होलिका की राख बहुत पवित्र होती है। इससे नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है। घर से बीमारियां दूर होती हैं। अगर लड़ाई-झगड़े या क्लेश होते रहते हैं तो होलिका की राख से इससे भी मुक्ति पा सकते हैं।
घर के चारों तरफ छीड़के राख
घर में नेगेटिविटी का वास हो चुका है तो इससे छुटकारा पाने के लिए राख को लें और उसे घर के चारों ओर छीड़क दें। इससे सकारत्मक ऊर्जा का वास होगा और घर में खुशहाली का आगमण हो सकेगा।
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होलिका की लकड़ी ले आएं घर
महिलाओं को होलिका को जलते हुए देखना मना किया जाता है लेकिन घर के पुरुष होलिका को जलते हुए देख सकते हैं। होलिका की अग्नि से छोटी लकड़ी का टुकड़ा लेकर आ जाएं। इसे घर के आग्नेय कोण में एक मिट्टी के बर्तन में रख दें।
निरोगी काया के लिए उपाय
अगर आप बीमार रहते हैं तो होलिका की रात खास उपाय अपना सकते हैं। होलिका की राख को घर लेकर आएं और उसे अपने पूरे शरीर पर मलने के बाद नहा लें। होलिका की रख जब ठंडी हो जाए तो उस 7 चुटकी लें और पूरे शरीर पर मल लें। इसके बाद स्नान कर लें।