Rahu Ketu Ke Upay: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु-केतु की महादशा के कारण व्यक्ति को जीवन में विभिन्न तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में यह दोनों ग्रह मजबूत होते हैं, तो वो कुछ ही समय में राजा बन सकता है। वहीं, इसके कमजोर होने से बड़े से बड़ा अमीर आदमी भी गरीब हो सकता है। चलिए विस्तार से जानते हैं पंडित धीरेंद्र शास्त्री से कुंडली में राहु-केतु के कमजोर होने के संकेत और इन्हें मजबूत करने के उपायों के बारे में।
राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव के संकेत
घर-परिवार में तनाव का वातावरण रहना।
नौकरी कर रहे लोगों का सहकर्मियों से बिना किसी वजह के झगड़ा होना।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार, राहु और केतु को मजबूत करने के लिए व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा दान करना चाहिए। जो व्यक्ति सदा अच्छे कर्म करता है और असहाय, गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद करता है, उसकी कुंडली में सभी ग्रह मजबूत रहते हैं।
कुंडली में राहु और केतु ग्रहों को मजबूत करने के लिए अपने इष्ट देव की आराधना करें। अपने से बड़े लोगों का सम्मान करें। पूर्वज और देव पितृ को हमेशा खुशी से याद करें और खास मौके पर उनका स्मरण करें।
धीरेंद्र शास्त्री बताते हैं कि जो लोग नियमित रूप से भगवान शिव की आराधना करते हैं और शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं, उनकी कुंडली में नवग्रहों की स्थिति मजबूत होती है। साथ ही शिव जी के विशेष आशीर्वाद से हर मनोकामना पूर्ण होती है।
लोगों की परेशानियों का समाधान बताते हैं धीरेंद्र शास्त्री
सनातन धर्म से जुड़े लोगों के बीच इस समय 'पंडित धीरेंद्र शास्त्री' की लोकप्रियता बहुत ज्यादा है। 'पंडित धीरेंद्र शास्त्री' एक कथावाचक होने के साथ-साथ बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश भी हैं। देशभर में उनके बड़ी संख्या में अनुयायी हैं, जो उनके द्वारा बताए गए उपाय और टोटके अपनाते हैं। दरअसल, पंडित धीरेंद्र शास्त्री एक पर्चे पर लोगों की परेशानी और उससे छुटकारा पाने के उपाय लिख देते हैं।
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