स्पेस के लिए तो कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई है। हालांकि मुझे उम्मीद है कि सरकार ने जो बड़ी अमाउंट अनाउंस की है, इससे हमारे स्पेस की जो कंपनियां है, उन्हें लाभ होगा और कुछ अमाउंट दिया जाएगा।
विपिन जैन (चार्टर्ड अकाउंटेंट)
साल 2024 के बजट पर बात करते हुए विपिन जैन ने कहा कि 50 साल तक इनटरेस्ट फ्री लोन दिया जाएगा। टैक्स की उम्मीद कहीं ना कहीं पीछे छूट गई है, लेकिन ये यह दर्शाता है कि सरकार को कितना भरोसा है कि वो दुबारा वापस आ रही है। साल 2019 में भी अंतरिम बजट था, लेकिन उस समय बदलाव हुआ था। हालांकि इस बार टैक्स में साफ मना कर दिया गया कि कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इससे साफ जाहिर है कि सरकार को भरोसा है कि वो दुबारा वापस आएगी।
टैक्स स्लैब
सलाना 0-3 लाख रुपये की इनकम के ऊपर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
सलाना 3-6 लाख रुपये की इनकम के ऊपर 5% टैक्स लगेगा।
सलाना 6-9 लाख रुपये की इनकम के ऊपर 10% टैक्स लगेगा। (अगर किसी की इनकम 7 लाख है और वो सैलिरिड क्लास नहीं है, तो उस पर टैक्स नहीं है)
सलाना 9-12 लाख रुपये की इनकम के ऊपर 15% टैक्स लगेगा।
सलाना 12-15 लाख रुपये की इनकम पर 20% टैक्स लगेगा।
सलाना 15 लाख रुपये से ऊपर की इनकर पर 30% टैक्स लगेगा।
प्रदीप कुमार अग्रवाल, फाउंडर और चेयरमैन (सिग्नेचर ग्लोब)
हर बजट से कुछ ना कुछ उम्मीद रहती है और इस बजट से भी उम्मीदें थी। ये एक अंतरिम बजट था (चुनावी वजट) और मुझे लगता है कि सरकार को बहुत सारी चीजों को टेकल करना होता है। बजट में एक बड़ी बात कही गई कि साल 2047 तक हम एक विकसित भारत बनाएंगे, तो ये जाहिर है कि अगर कोई विकसित भारत बनेगा तो उसके अंदर रियल स्टेट का योगदान होगा।
बजट की दूसरी बड़ी बात पर प्रदीप कुमार अग्रवाल ने कहा कि लगभग 5 करोड़ घर अगले पांच साल में बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे आम आदमी को लाभ होगा। एम्प्लॉयमेंट जनरेशन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस पर बड़ी बात की गई है और जितनी युवा शक्ति है और नारी शक्ति है उन्हें मुद्रा लोन के तहत सेल्फ एम्पॉवर किया गया है।
मेरी उम्मीद रियल स्टेट सेक्टर को लेकर थी। मुझे लगता था कि जै आम आदमी है वो कहीं ना कहीं अपने घर को ले पाए, इसके लिए कुछ ऐसी सब्सिडी थी, जो दी जा सकती थी, लेकिन शायद अभी वो अनसेटड है, जैसा कि मीडिल क्लास है उनके लिए पॉलिसिज लाई जाएगी।