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Christmas Day History: क्रिसमस डे मनाने के पीछे क्या कहानी है? यहां जानिए इसके इतिहास से जुड़े 6 रोचक तथ्य

Why Christmas is celebrated: 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन ईसाई धर्म के लोग केक काटते हैं और क्रिसमस डे सेलिब्रेट करते हैं. कहा जाता है कि क्रिसमस पहली बार 336 में ईसाई रोमन सम्राट कॉन्सटेंटाइन के शासनकाल में मनाया गया था.

ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाने वाला ये दिन. Image Credit- News24

Christmas Day History: 25 दिसंबर आते ही पूरी दुनिया क्रिसमस के जश्न में रंग जाती है. इस दिन का लोग पूरे साल बेसब्री से इंतजार करते हैं. हालांकि, यह त्योहार ईसाई धर्म से जुड़ा है, लेकिन इस त्योहार को पूरी दुनिया साथ में मिलकर सेलिब्रेट करती है. सजे हुए क्रिसमस ट्री, रोशनी से जगमगाते घर, केक और तोहफों के साथ यह दिन आपसी प्रेम और शांति का संदेश देता है. ऐसे में कभी-कभी आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिर क्यों क्रिसमस 25 दिसंबर को ही सेलिब्रेट किया जाता है? इसके पीछे का क्या इतिहास रहा होगा और इसे पहली बार किस तरह से सेलिब्रेट किया होगा? अगर आपके मन में भी ये तमाम सवाल आते हैं तो आपको इस लेख में यकीनन जवाब मिल जाएगा. आइए विस्तार से क्रिसमस डे से जुड़े रोचक तथ्य जानते हैं.

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क्रिसमस डे के इतिहास से जुड़े दिलचस्प तथ्य | Interesting Facts about Christmas

ईसा मसीह का जन्मदिन- यह दिन ईसा मसीह (Jesus Christ) के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है. ईसा मसीह को ईसाई धर्म के लोग मानते हैं और उन्हें यीशु मसीह के नाम से भी जाना जाता है. माना जाता है कि उनका जन्म बेथलेहम में हुआ था और वे इंसानियत, प्यार और माफी का संदेश लोगों के बीच लेकर आए थे.
25 दिसंबर तारीख के पीछे का तथ्य- बाइबिल में यीशु के जन्म की तारीख का कोई उल्लेख नहीं है. लेकिन, चौथी शताब्दी में रोमन साम्राज्य ने 25 दिसंबर को यीशु के जन्म के तौर पर मान्यता दी थी और तभी से 25 दिसंबर को क्रिसमस डे मनाया जाने लगा.
क्रिसमस नाम के पीछे की कहानी- क्रिसमस नाम बहुत ही अच्छा और यूनिक है. बता दें कि इसका शब्द Christ’s Mass से लिया गया है. इसका मतलब है कि ईसा मसीह के लिए की जाने वाली दुआ और प्रार्थना. इसलिए इस दिन चर्च में प्रार्थना की जाती है.
क्रिसमस ट्री की परंपरा- क्रिसमस ट्री को सजाने की परंपरा काफी पुरानी है. जर्मनी से इसकी शुरुआत मानी जाती है, जहां सदाबहार पेड़ को जीवन देने के तौर पर सजाया गया था. इसके बाद से ही यह पूरी दुनिया में क्रिसमस का अहम हिस्सा बन गया.
सांता क्लॉज से संबंध- सेंट निकोलस बहुत ही दयालु इंसान थे, जो अक्सर बच्चों की मदद किया करते थे और गरीबों व बच्चों की मदद के लिए जाने जाते थे. समय के साथ उनकी छवि उपहार बांटने वाले सांता क्लॉज के रूप में मशहूर हो गई.
क्रिसमस का केक- ईसा मसीह के जन्मदिन के तौर पर इस दिन को सेलिब्रेट किया है. इसलिए केक काटने की परंपरा प्रचलित है. लोग खासतौर पर इस दिन केक काटते हैं और पूरी दुनिया में हर इंसान अपने बर्थडे पर भी केक काटता है.

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