अगर आप अपनी भूलने की आदत से परेशान रहते हैं तो एक अच्छी नींद ही इसका इलाज हो सकती है। एक नई स्टडी में यह बात सामने आई है कि रात की गहरी नींद सिर्फ अगले दिन ही नहीं, बल्कि एक साल बाद तक भी हमारी याददाश्त को मजबूत बनाए रखती है। खासतौर पर किसी घटना या जानकारी के क्रम को याद रखने में यह नींद काफी मददगार साबित होती है।
नींद के बाद बढ़ती है याददाश्त
इस स्टडी के दौरान दो अलग-अलग ग्रुप्स को एक ऐतिहासिक म्यूजियम टूर पर ले जाया गया। एक ग्रुप ने यह टूर दिन में किया और टूर के बाद पूरी रात सोया जबकि दूसरा ग्रुप रात में टूर के बाद जगा रहा। नतीजा यह निकला कि जिन्होंने टूर के बाद अच्छी नींद ली, उन्हें घटनाओं का क्रम ज्यादा बेहतर तरीके से याद रहा।
याद रखने की ताकत एक साल बाद भी बरकरार
चौंकाने वाली बात यह रही कि दोनों ग्रुप्स से हफ्ते भर, एक महीने और फिर पूरे 15 महीने यानी लगभग सवा साल बाद जब दोबारा सवाल पूछे गए, तब भी नींद लेने वाले ग्रुप की याददाश्त मजबूत रही। यानी नींद का असर सिर्फ ताजगी नहीं देता, बल्कि हमारे दिमाग में जानकारी को लंबे समय तक सुरक्षित भी रखता है।
कैसे की गई स्टडी?
यह रिसर्च उन तरीकों को समझने के लिए की गई थी जिनसे हम जानकारी को याद रखते हैं। रिसर्चर्स ने देखा कि जब इंसान कोई नई चीज सीखता है और फिर नींद लेता है, तो उसका दिमाग उस जानकारी को बेहतर ढंग से ‘सेव’कर लेता है। इसे मेमोरी कंसोलिडेशन कहते हैं जो नींद के दौरान दिमाग में एक्टिव रहता है।
हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में क्या फर्क पड़ता है?
अगर आप कोई नया कोर्स कर रहे हैं, परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं या ऑफिस में कोई जरूरी ट्रेनिंग ले रहे हैं तो नींद से समझौता बिल्कुल न करें। देर रात तक जागना या नींद पूरी न करना आपके सीखे हुए ज्ञान को जल्दी भुला सकता है। अच्छी नींद लेने से सीखी हुई बातें लंबे समय तक याद रहती हैं और काम में आती हैं।