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सुनीता विलियम्स को घर लाने वाला ड्रैगन कैप्सूल कितना खास है? 6 पैराशूट वाली हाईटेक टेक्नोलॉजी

अंतरिक्ष में 9 महीने बिताने के बाद, सुनीता विलियम्स और उनके साथी आखिरकार धरती पर लौट आए। यह सिर्फ एक सफर नहीं, बल्कि इंतजार, रोमांच और टेक्नोलॉजी की अद्भुत सफलता की कहानी है। उन्हें घर लाने वाला ड्रैगन कैप्सूल अपनी हाईटेक सुरक्षा और 6 पैराशूट सिस्टम के कारण बेहद खास है।

Author Edited By : Ashutosh Ojha Updated: Mar 19, 2025 18:47
Sunita Williams Dragon Capsule
Sunita Williams Dragon Capsule

करीब 9 महीने पहले, जब सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष के सफर पर निकले थे, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह सफर इतना लंबा हो जाएगा। अनगिनत तारों के बीच, धरती से हजारों किलोमीटर दूर, उन्होंने अंतरिक्ष में नया इतिहास रचा। लेकिन अब वो ड्रैगन कैप्सूल की मदद से वापस लौटे हैं। यह सिर्फ एक लैंडिंग नहीं, बल्कि भावनाओं से भरी घर वापसी है। परिवार की आंखों में इंतजार, वैज्ञानिकों की उम्मीदें और पूरी दुनिया की नजरें सब कुछ इस ऐतिहासिक पल को और भी खास बना दिया।

सुनीता विलियम्स और उनके साथियों की धरती पर वापसी

नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी करीब 9 महीने बाद अंतरिक्ष से आज सुबह वापस लौटे। उनकी वापसी स्पेसएक्स के खास ड्रैगन कैप्सूल से हुई, जिसे इंसानों को सुरक्षित अंतरिक्ष तक ले जाने और वापस लाने के लिए बनाया गया है। यह कैप्सूल फ्लोरिडा के पास समुद्र में उतरा, जहां से उन्हें सावधानीपूर्वक बाहर निकाला गया। नासा ने इस पूरी प्रक्रिया का लाइव प्रसारण किया था।

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ड्रैगन कैप्सूल की खासियत

ड्रैगन कैप्सूल को इंसानों को अंतरिक्ष तक पहुंचाने और वापस लाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह स्पेसक्राफ्ट 7 अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने में सक्षम है और 44 बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) तक पहुंच चुका है। इसकी संरचना अत्यधिक सुरक्षित है और इसमें 16 ड्रैको थ्रस्टर लगे हैं, जो इसे नियंत्रित करने में मदद करते हैं। हर थ्रस्टर अंतरिक्ष में 90 पाउंड का फोर्स उत्पन्न करता है, जिससे स्पेसक्राफ्ट की दिशा और गति नियंत्रित होती है। यह अंतरिक्ष यात्रियों के साथ-साथ भारी मात्रा में सामान को भी पृथ्वी से अंतरिक्ष तक और अंतरिक्ष से वापस पृथ्वी पर ला सकता है।

6 पैराशूट वाला सुरक्षा सिस्टम

ड्रैगन कैप्सूल को इंसानों को अंतरिक्ष तक ले जाने और सुरक्षित वापस लाने के लिए बनाया गया है। यह स्पेसक्राफ्ट एक बार में 7 अंतरिक्ष यात्रियों को ले जा सकता है और अब तक 44 बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) तक जा चुका है। इसकी बनावट बहुत सुरक्षित है और इसमें 16 छोटे रॉकेट (थ्रस्टर) लगे हैं, जो इसे सही दिशा में नियंत्रित करने में मदद करते हैं। हर थ्रस्टर अंतरिक्ष में 90 पाउंड का दबाव बनाता है और इसमें 6 पैराशूट वाला सुरक्षा सिस्टम होता है ताकि धरती के करीब आते-आते स्पेसक्राफ्ट की गति और दिशा तय होती है। यह न केवल अंतरिक्ष यात्रियों को, बल्कि भारी सामान को भी पृथ्वी से अंतरिक्ष और वापस ला सकता है।

लैंडिंग और मेडिकल जांच

ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा के पास समुद्र में उतरे थे, जहां नासा की टीम अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकले। इसके बाद उन्हें खास मेडिकल जांच के लिए जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने यह समझने की कोशिश करी कि 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहने से उनके शरीर और दिमाग पर क्या असर हुआ है। यह मिशन बहुत खास है क्योंकि इसकी सफलता से भविष्य में और भी बड़े अंतरिक्ष अभियानों का रास्ता खुलेगा।

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Edited By

Ashutosh Ojha

First published on: Mar 19, 2025 12:30 PM

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