---विज्ञापन---

देश

‘हिंदुओं को राज्य सरकार के भरोसे न छोड़ा जाए’, मुर्शिदाबाद मामले पर क्या बोले VHP प्रवक्ता?

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में असामाजिक तत्वों ने जमकर उत्पात मचाया। हिंदुओं के घरों पर हमला बोला गया, जिसकी वजह से उन्हें अपना घर छोड़कर मालदा में शरण लेनी पड़ी। वीएचपी के प्रवक्ता ने इस हिंसा पर चिंता जताई है।

Author Edited By : Deepak Pandey Updated: Apr 13, 2025 22:46
West Bengal Islamists unleash violence in Murshidabad

मनोज कुमार, बेतिया

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में सांप्रदायिक हिंसा हुई, जिसमें 3 लोगों की जान चली गई। हिंसाग्रस्त इलाकों में पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं। इस बीच राष्ट्रीय प्रवक्ता अंबरीश सिंह ने बिहार के बेतिया में मीडिया से बातचीत करते हुए मुर्शिदाबाद हिंसा पर चिंता जताई और केंद्र सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है।

---विज्ञापन---

विश्व हिंदू परिषद (VHP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता अंबरीश सिंह ने कहा कि राजनीति के लिए वक्फ संशोधन एक्ट का विरोध किया जा रहा है। यह हिंदू-मुसलमान का मुद्दा नहीं है। संसद जो कानून बनाती है, वह पूरे देश के लिए होता है, उसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं होता है। पश्चिम बंगाल में विशेष समुदायों का हिंदुओं पर आक्रमण करना अब एक आदत बनती जा रही है, खासकर मुर्शिदाबाद में।

यह भी पढ़ें : वक्फ कानून के विरोध में भड़की हिंसा, मुर्शिदाबाद में 400 हिंदू परिवारों ने छोड़ा घर, जानें क्या बोले सुवेंदु अधिकारी?

---विज्ञापन---

बंगाल में ऐसी घटना रोकने में राज्य सरकार विफल : VHP

VHP प्रवक्ता ने कहा कि कि ऐसी घटना सही नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की सरकार इन घटनाओं को रोकने में असमर्थ है। अगर राज्य सरकार विफल होती है तो केंद्र सरकार को पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बंगाल में हिंदुओं को राज्य सरकार के भरोसे न छोड़ा जाए। उन्होंने उत्तर बिहार प्रांतीय कार्य समिति की 3 दिवसीय समापन बैठक में यह बयान दिया, जिसमें वे दिल्ली से विशेष रूप से शामिल होने आए थे।

अंबरीश सिंह ने बताया- वक्फ कानून से क्या होगा फायदा?

उन्होंने यह भी कहा कि 2013 में भी वक्फ अधिनियम का संशोधन लाया गया था। देश में रेलवे और सेना के बाद सबसे ज्यादा जमीन वक्फ बोर्ड के पास है। जिस जमीन पर वक्फ अपना दावा करता था, वह जमीन उसकी हो जाती थी। अब संशोधन के बाद पीड़ित व्यक्ति अदालत जा सकता है और जिलाधिकारी भी उसका अनुशंसा जांच कर सकते हैं।

किसी धर्म विशेष के लिए नहीं होता है कानून : वीएचपी

अंबरीश ने कहा कि संसद में हिंदू कोड बिल पास हुआ था पर मुसलमानों के लिए कोई कोड बिल नहीं आया। उन्हें पर्सनल लॉ की मंजूरी दी गई थी। इसके बावजूद हिंदू कभी सड़क पर नहीं उतरे। उन्होंने दोहराया कि संसद जो कानून बनाती है, वह किसी धर्म विशेष के लिए नहीं होता और वर्तमान में वक्फ कानून के विरोध के पीछे केवल राजनीतिक कारण है।

यह भी पढ़ें : मुर्शिदाबाद में HC के आदेश पर पैरामिलिट्री फोर्स की 16 कंपनियां तैनात, गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव-DGP से क्या की बात?

HISTORY

Edited By

Deepak Pandey

First published on: Apr 13, 2025 10:41 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें