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Weather Update: पश्चिमी विक्षोभ बिगाड़ने वाला है मौसम! इन राज्यों में 19 तारीख तक होगी भारी बारिश, IMD का अलर्ट जारी

Weather Update: सर्दियों का मौसम जाता नजर आ रहा है। फरवरी में ही इतनी धूप है कि आगे आने वाले महीनों में क्या हाल होगा, इसके बारे में लोग सोचने लगे हैं। हालांकि, रात में चलने वाली हवाओं से लोगों को राहत महसूस हो रही हैं। मुख्य रूप से उत्तर भारत की बात करें तो […]

Weather Update: सर्दियों का मौसम जाता नजर आ रहा है। फरवरी में ही इतनी धूप है कि आगे आने वाले महीनों में क्या हाल होगा, इसके बारे में लोग सोचने लगे हैं। हालांकि, रात में चलने वाली हवाओं से लोगों को राहत महसूस हो रही हैं। मुख्य रूप से उत्तर भारत की बात करें तो यहां मौसम का मिजाज मिला जुला है। इस बीच मौसम विभाग की ओर से एक और ताजा अपडेट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आज (16 फरवरी) से शुरू होने वाले क्षेत्रीय मौसम को प्रभावित करेगा। और पढ़िए – Rajasthan Congress में गुटबाजी शुरू, पायलट के बयान के बाद समर्थक विधायक बोले- सचिन से ही सत्ता रिपीट होगी, वरना…

इन राज्यो में भारी बारिश का अलर्ट

बीते दिन बुधवार से लेकर रविवार तक यानी 15-19 फरवरी के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में छिटपुट बारिश और हल्की बर्फबारी की संभावना जताई गई है। अरुणाचल प्रदेश सहित उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ऊपरी क्षेत्र में बारिश और बर्फवारी की उम्मीद है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर सहित पूर्वी राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। बताया गया कि ये पश्चिमी विक्षोभ अनिवार्य रूप से गर्म, नम हवा प्रणालियां हैं जो भूमध्य सागर के ऊपर बनती हैं और पूर्व की ओर यात्रा करती हैं, जहां फिर वे भारत और हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं की ओर अपना रास्ता बनाते हैं, जिधर वे अक्सर वर्षा लाती हैं। और पढ़िए – ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक की पत्नी छुट्टियां मनाने पहुंचीं गोवा, वॉटर स्पोर्ट्स करते किया गया स्पॉट

IMD ने जारी किया पूर्वानुमान

आईएमडी का पूर्वानुमान कहता है, 'अगले तीन दिनों में उत्तर पश्चिमी भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे 3-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। अगले 24 घंटों में, उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों में 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चल सकती हैं। इन हवा की स्थितियों का क्षेत्र पर हवादार प्रभाव हो सकता है, विशेष रूप से भारत की लैंडलॉक राजधानी में, जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। और पढ़िए – देश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें


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