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सिंबायोसिस कॉलेज के प्रोफेसर ने देवी-देवताओं पर की विवादित टिप्पणी, VIDEO वायरल, गिरफ्तार

Symbiosis College: पुणे के सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स (SCAC) के एक प्रोफेसर को हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना भारी पड़ा। प्रोफेसर का वीडियो सामने आने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार भी […]

Symbiosis College
Symbiosis College: पुणे के सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स (SCAC) के एक प्रोफेसर को हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना भारी पड़ा। प्रोफेसर का वीडियो सामने आने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही उनके खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। केस समस्त हिंदू बांधव संगठन के सदस्य रवींद्र पडवाल की शिकायत के आधार पर डेक्कन जिमखाना पुलिस ने दर्ज किया है। रवींद्र का आरोप है कि कॉलेज में हिंदी पढ़ाने वाले प्रोफेसर अशोक सोपान ढोले ने हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है।

25 जुलाई का बताया जा रहा वीडियो

एससीएसी के प्रिंसिपल हृषिकेश सोमन ने गुरुवार को कहा कि जिस वीडियो के आधार पर कॉलेज और पुलिस अधिकारियों द्वारा कार्रवाई शुरू की गई है, वह 25 जुलाई को आयोजित 12वीं कक्षा के एक व्याख्यान का बताया जा रहा है। बुधवार को मेरे संज्ञान में आया है। इसलिए हमने तुरंत कार्रवाई की और निलंबित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर जूनियर कॉलेज के अनुदान सहायता अनुभाग से हैं। इसलिए सरकारी नियमों और नीतियों के अनुसार, आगे की पूछताछ शुरू हो गई है। वह 2005 से हमारे संस्थान में पढ़ा रहे हैं। यह उनके खिलाफ पहली ऐसी शिकायत थी जो हमारे संज्ञान में लाई गई थी।

इस धारा के तहत हुआ एक्शन

पुलिस ने आईपीसी की धारा 295 ए के तहत प्रोफेसर अशोक पर केस दर्ज किया है। इस धारा मतलब जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण उन कृत्यों से संबंधित है, जिसका उद्देश्य किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी प्रोफेसर के इस कृत्य पर रोष जताया है। पुलिस से भी संपर्क किया है। डेक्कन जिमखाना पुलिस स्टेशन के प्रभारी वरिष्ठ निरीक्षक विपिन हसब्निस ने कहा कि विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक शिकायत आवेदन के साथ हमसे संपर्क किया था। हमने आरोपों की प्रारंभिक जांच की और एक प्राथमिकी दर्ज की गई। प्रोफेसर को पूछताछ के लिए बुलाया गया और बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। यह भी पढ़ें: असली या नकली: चाइनीज भालू पर दुनिया फिदा, लोग बार-बार देख रहे हैं वीडियो


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