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कौन है वो कपल? जिनकी मदद से बाबा रामदेव शुरू कर पाए 40 हजार करोड़ की कंपनी, गिफ्ट किया आईलैंड

Couple gave loan to Baba Ramdev: बाबा रामदेव को एक कपल ने 40 हजार करोड़ की कंपनी को शुरू करने के लिए लोन दिया था। इसके साथ ही उन्होंने यूके में एक आईलैंड भी बाबा को गिफ्ट किया। कौन है यह कपल? आइए, जानते हैं...

बाबा रामदेव कपल ने दिया लोन, गिफ्ट किया आईलैंड
Couple gave loan to Baba Ramdev Patanjali Divya Pharmacy: योग गुरु बाबा रामदेव और उनकी कंपनी पतंजलि का नाम आज पूरे देश में फैला हुआ है। हालांकि, इस कंपनी की शुरुआत में एक कपल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस कपल का नाम है- सुनीता और सरवन सैम पोद्दार। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने 2006 में कपल से लोन लिया था। यह कपल स्कॉटलैंड का रहने वाला है। कपल ने लिटिल कुम्ब्रे (Little Cumbrae) नाम का एक आईलैंड खरीदकर 2009 में इसे रामदेव को गिफ्ट किया था। यह आईलैंड उन्होंने दो मिलियन पाउंड में खरीदा था। पतंजलि में 7.2 प्रतिशत की हिस्सेदारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 में कपल के पास पतंजलि कंपनी में 7.2 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी। उनके पास 12.46 लाख शेयर थे। आचार्य बालकृष्ण के बाद वे दूसरे व्यक्ति थे, जिनके पास कंपनी के 92 प्रतिशत से अधिक शेयर थे। सुनीता को वजन घटाने में बाबा रामदेव ने की मदद बाबा रामदेव ने योग के जरिए सुनीता को वजन घटाने में मदद की, जिससे प्रभावित होकर सुनीता ने अपने पति को आईलैंड गिफ्ट करने के लिए मना लिया। यही नहीं, सुनीता ब्रिटेन में पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट की ट्रस्टी भी बन गईं। यह भी पढ़ें: काशी-मथुरा पर क्या बोले रामदेव? अयोध्या पर कहा- जिन पार्टियों को जल्दी मोक्ष चाहिए वो भगवान राम से दूर रहें मुंबई में हुआ सुनीता का जन्म सुनीता का जन्म मुंबई में हुआ, लेकिन उनका बचपन नेपाल की राजधानी काठमांडू में बीता। सुनीता ग्लास्गो की सबसे धनी महिलाओं में से एक हैं। वे योग प्रशिक्षक के रूप में काम करती हैं। ग्लासगो में ही उनकी मुलाकात बाबा रामदेव से हुई। मौजूदा समय में सुनीता ओममिनस्टर हेत्थकेयर की सीईओ और संस्थापक हैं। वहीं, सैम पोद्दार का जन्म बिहार में हुआ। उनके पिता ग्लासगो में डॉक्टर थे। सैम महज 4 साल की उम्र में ग्लासगो आ गए। सैम पेशे से एक इंजीनियर हैं। सुनीता और सैम ने की रामदेव की मदद बाबा रामदेव ने एक बार बताया था कि 1995 में दिव्य फार्मेसी के पंजीकरण के लिए भी उनके पास पैसे नहीं थे। उस समय उनकी योगगुरु के रूप में लोकप्रियता कम थी। जब लोकप्रियता बढ़ी तो उन्होंने कंपनी के विस्तार का फैसला किया, जिसमें उनकी मदद सुनीता और सैम ने की। यह भी पढ़ें: Fact Check: ‘ओबीसी वाले ऐसी-तैसी कराएं’, सामने आया बाबा रामदेव के वायरल वीडियो का पूरा सच  


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