Obama's Remarks: देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे। जम्मू के जोरावर सिंह सभागार में एक राष्ट्रीय सुरक्षा सम्मेलन के दौरान रक्षा मंत्री ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत में मुस्लिमों को लेकर टिप्पणी पर पलटवार किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'ओबामा जी को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो विश्व में रहने वाले सभी लोगों को भी परिवार का सदस्य मानता है। उनको अपने बारे में भी सोचना चाहिए कि उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया है। 26 हजार से अधिक बम गिराए गए, लोग उनकी बातों पर कैसे भरोसा करेंगे?
रक्षामंत्री ने कहा- POK भारत का हिस्सा
रक्षामंत्री ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में है। वहां के लोग देख रहे है कि इस तरफ लोग अमन और चैन के साथ अपनी जिंदगी बिता रहे है। वहां जब पाकिस्तान की सरकार द्वारा उन पर जुल्म किया जाता है तो हमें तकलीफ होती है। PoK पर सिर्फ गैर कानूनी कब्जा कर लेने से पाकिस्तान की कोई Locus Standi नहीं बनती है। भारत की संसद में PoK को लेकर एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित है कि वह भारत का ही हिस्सा है। इस मंशा के एक नहीं कम से कई प्रस्ताव संसद में अब पारित हो चुके है।
INDO-US बयान से पाकिस्तान को लगी मिर्ची
रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवाद पर पाकिस्तान के हुक्मरानों को इस Indo-US के संयुक्त बयान से मिर्ची लगेगी। उनकी तरफ से फिर से वहीं रटा रटाया बयान आया है कि भारत दुनिया का कश्मीर से ध्यान हटा रहा है। मैं पाकिस्तान की सरकार को स्पष्ट बताना चाहता हूं कि कश्मीर की रट लगा कर कुछ हासिल नही होगा। अपना घर संभालिए। जिस तरह के हालात वहां है उसमें कुछ भी जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
चीन विवाद बातचीत से हो शांत
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा के विवाद का हल बातचीत के रास्ते और शान्तिपूर्ण ढंग से हो यह हम चाहते है। Military और Diplomatic Level पर बातचीत जारी है। मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में हम भारत की सीमा, उसके सम्मान और स्वाभिमान से समझौता नहीं करेंगे। सीमाओं की पवित्रता को हम कतई भंग नही होने देंगे।
जानिए क्या कहा था बराक ओबामा ने?
सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा की बात कही थी। उन्होंने कहा है कि अगर भारत की सरकार जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करती है तो वह 'अलग होना' शुरू कर सकता है।
ओबामा की टिप्पणी ऐसे समय आई थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राज्य अमेरिका की राजकीय यात्रा पर थे। उन्होंने कहा है कि अगर कोई अमेरिकी राष्ट्रपति पीएम मोदी से मिलता है, तो हिंदू बहुल भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्ष का जिक्र करना जरूरी है। ओबामा की टिप्पणी ने बड़े पैमाने पर हंगामा खड़ा कर दिया था और भाजपा ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना की थी।
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