नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद की दावेदारी करने जा रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दावेदारी को लेकर अब पार्टी के अंदर ही बयानबाजी शुरू हो गई है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने कहा है कि जो व्यक्ति अपने विधायकों को नहीं संभाल सकता, वह कांग्रेस को कैसे संभालेगा? अगर उनके राज्य के विधायक उनकी नहीं सुनते हैं, तो पार्टी के नेता कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उनकी बात कैसे मानेंगे? सिंहदेव का बयान राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बाद आया है।
अभी पढ़ें- Rajasthan Political Crisis: पार्टी की अनुशासन समिति ने 3 विधायकों को भेजा नोटिस, उन पर क्यों न हो कार्रवाई इसका जवाब मांगा
वहीं मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी को दिल्ली बुलाया गया। मीडिया के यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें राजस्थान के राजनीतिक संकट के बीच दिल्ली बुलाया गया है, एंटनी ने कहा, "मेरी अटकलों पर कोई टिप्पणी नहीं है। सच्चाई यह है कि मैं दिल्ली जा रहा हूं।"
अभी पढ़ें- Rajasthan Political Crisis: अशोक गहलोत ने अपने आवास पर की विधायकों के साथ अनौपचारिक बैठक, यह थे मौजूददिनभर रहा ये घटनाक्रम
दिन में सचिन पायलट दिल्ली पहुंचे। उन्हें लेकर कयासों का दौर चलता रहा। वहीं शाम होते-होते पार्टी की अनुशासन समिति ने 3 विधायकों को नोटिस भेज दिया। नोटिस में उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई पर जवाब मांगा गया है। पर्यवेक्षकों द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पार्टी प्रमुख को अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद पार्टी की अनुशासन समिति द्वारा ने यह कदम उठाया। समिति ने आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़, मुख्य सचेतक महेश जोशी और संसदीय मामलों के मंत्री शांति धारीवाल को नोटिस जारी किए।
अभीपढ़ें– देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें