राहुल गांधी के सामने की 'मन की बात'
राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान सब्जी विक्रेता ने वास्तव में 'मन की बात' की। बातचीत के दौरान कई ऐसे क्षण आए जब रामेश्वर अपनी बात रखने के दौरान भावुक हो गए तो राहुल गांधी ने तुरंत उन्हें संभाला। इस बीच एक बार राहुल गांधी ने रामेश्वर से यह भी कहा- 'अब घबराना मत'। रामेश्वर की हर बात को राहुल गांधी ने पूरे मन से सुना। इस दौरान राहुल गांधी ने रामेश्वर की बेटी और पत्नी के साथ भी बातचीत की।'सर' कहने पर राहुल ने टोका
बातचीत के दौरान रामेश्वर ने राहुल गांधी को सर कहा। इस पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने टोका और कहा कि वह उन्हें सर ना करें, बल्कि राहुल कहें। यह अलग बात है कि रामेश्वर कांग्रेस नेता को राहुल नहीं कह पाए।कृष्ण-सुदामा का जिक्र
राहुल गांधी के साथ मुलाकात के दौरान रामेश्वर काफी शालीन नजर आए और उन्होंने कई बार दिल छू लेने वाली बात कही। इस दौरान उन्होंने यह कहकर करोड़ों हिंदुस्तानियों का दिल जीत लिया कि कांग्रेस नेता से उनकी मुलाकात 'कृष्ण और सुदामा' के मिलाप की तरह है। राहुल गांधी द्वारा शेयर इस वीडियो में सब्जी विक्रेता रामेश्वर यह कहते सुने जा सकते हैं। उन्होंने कहा- 'मैं कितना सौभाग्यशाली हूं कि राहुल जी ने मुझे बुलाया। भरत मिलाप हुआ था, जैसे सुदामा का कृष्ण जी से मिलाप हुआ था, उसी तरह मेरा और उनका (राहुल) मिलाप हुआ है।'14 अगस्त को हुई थी राहुल-रामेश्वर मुलाकात
गौरतलब है कि राहुल गांधी और सब्जी विक्रेता यह मुलाकात 14 अगस्त को हुई थी। एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर हुई इस मुलाकात का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर जारी किया। राहुल गांधी ने पोस्ट कर कहा है- 'रामेश्वर जी उस भारत की आवाज हैं, जिसकी पीड़ा, मुद्दे और चुनौतियां आज मुख्यधारा की बहस से बहुत दूर है। उस भारत की आवाज सुनना और संघर्षों का मुकाबला करने में साथ निभाना हम सब की नैतिक ज़िम्मेदारी है।''एक तरफ कुआं दूसरी तरफ खाई'
दिल के अमीर हैं रामेश्वर
राहुल गांधी ने कहा है कि आर्थिक रूप से ग़रीब, मगर दिल के बहुत धनी हैं रामेश्वर जी। जितनी भी देर बातें हुईं, उनके चेहरे पर मुस्कान बरकरार रही। उन्होंने उम्मीदें टूटने के किस्से बताए, मगर साथ में ज़िम्मेदारियों का एहसास भी है। उनकी हिम्मत असल मायने में आशा की सुनहरी किरण है। आज, करोड़ों अन्य भारतीयों की तरह, रामेश्वर जी भी तरक्की की पंक्ति के आख़िर में खड़े हैं - एक ऐसी जगह, जहां न रोज़गार है, न महंगाई से राहत, न व्यापार के सही मौके और न ही कोई आर्थिक सुरक्षा। जब तक हर सुविधा उन तक नहीं पहुंचती, ये कदम नहीं रुकेंगे, ये सिलसिला नहीं रुकेगा, यात्रा नहीं रुकेगी। यहां पर बता दें कि निम्न वर्गीय रामेश्वर दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में सब्जी बेचते हैं। कुछ समय पहले टमाटर की बढ़ती कीमतों पर बातचीत के दौरान सब्जी विक्रेता रामेश्वर की आंखों से आंसू आ गए थे। इस बातचीत का वीडियो वायरल हुआ तो वह चर्चा में आ गए।---विज्ञापन---