Paytm Founder Vijay Shekar Sharma Author Rajiv Malhotra X War: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एलन मस्क के एक पोस्ट के बाद पेटीएम फाउंडर विजय शेखर शर्मा और लेखक राजीव मल्होत्रा के बीच बहस शुरू हो गई। राजीव मल्होत्रा ने इसे लेकर विजय शेखर शर्मा की आलोचना भी की। मस्क ने एक्स पर लिखा था- नौकरी देने की एकमात्र वजह योग्यता होनी चाहिए। खासकर उन नौकरियों के लिए जहां आपके परिवार का जीवन दांव पर लगा हो। उन्होंने डीईआई हायरिंग के बारे में द मैट वॉल्ट शो का एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसे उन्होंने अलास्का एयरलाइंस एक्सीडेंट से जोड़ा।
एलन मस्क के पोस्ट को विजय शेखर ने किया रिपोस्टएलन मस्क के इस पोस्ट पर अपनी सहमति जताते हुए विजय शेखर शर्मा ने उनके पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए '100' लिखा। बस यही बात राजीव मल्होत्रा को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने कहा कि शेखर का मस्क का समर्थन करना उनके कार्यों के विपरीत है। उन्होंने 2020 में हार्वर्ड गजट की एक स्टोरी का जिक्र करते हुए शेखर पर खुद का खंडन करने का आरोप लगाया। इस स्टोरी में कहा गया था कि शेखर ने लक्ष्मी मित्तल एंड फैमिली साउथ एशिया इंस्टीट्यूट को एक उपहार दिया था।
'विजय शेखर की देशभक्ति महज दिखावा है'
राजीव मल्होत्रा ने कहा कि विजय शेखर की देशभक्ति महज दिखावा है। शेखर 2020 में भारतीय अरबपतियों के विशिष्ट समूह में शामिल हुए। उन्होंने लक्ष्मी मित्तल और फैमिली साउथ एशिया इंस्टीट्यूट द्वारा की गई गतिविधियों और रिसर्च का समर्थन करने के लिए डोनेशन दिया है। मल्होत्रा ने आरोप लगाया कि लक्ष्मी मित्तल एंड फैमिली साउथ एशिया इंस्टीट्यूट भारत के अल्पसंख्यकों में अत्यधिक रुचि दिखाती है। इसके साथ ही यह कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में कट्टरपंथी मुस्लिम नैरेटिव का समर्थन भी करती है।
विजय शेखर ने मल्होत्रा को दिया जवाब
राजीव के आरोपों पर शेखर ने जवाब देते हुए कहा कि आपको सच पता नहीं है। ऐसा कोई भी दान मैंने नहीं किया है। इसके बाद मल्होत्रा ने 'एक्स' पर लिखा कि उन्हें विजय शेखर का फोन आया था, जहां उनके बीच स्पष्ट बातचीत हुई। उन्होंने हार्वर्ड के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक उन्हें कोई पैसा नहीं भेजा है और वे ऐसा कभी नहीं करेंगे। यह गुड न्यूज है।
'मुझे खुशी है कि वे हमारे पक्ष में हैं'
राजीव मल्होत्रा ने कहा कि मुझे खुशी है कि वे हमारे पक्ष में हैं। मैंने उन्हें मार्क्सवादियों के वोक मेरिटोक्रेसी विरोधी गिरोह के बारे में बताया कि कैसे उन्होंने भारत को कमजोर करने के लिए खालिस्तानियों, कश्मीर अलगाववादियों, दलित चरमपंथियों और विभिन्न अन्य लोगों को शामिल किया है। बता दें कि हाल ही में हुए यहूदी विरोधी प्रदर्शनों को लेकर हार्वर्ड चर्चा में है।
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