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पायलट से लेकर CO ने पाकिस्तान को ऐसे चटाई धूल, ऑपरेशन सिंदूर में महिलाओं की बड़ी भूमिका

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महिला पायलटों और कमांडिंग अफसरों की बड़ी भूमिका रही। पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को नाकाम करने में दो महिला सीओ ने अहम रोल निभाया। एक राजस्थान के सूरतगढ़ में तैनात थी तो दूसरी पंजाब के पठानकोट में थी।

Operation Sindoor women CO Indian Army
पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान से बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। इसमें भारत की ओर पाकिस्तान में मौजूद आतंक के 9 ठिकाने तबाह किए गए थे, इसमें जैश और लश्कर के मुख्यालय भी शामिल थे। इस बीच ऑपरेशन को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को भारत की ओर से बड़े हमले किए इसमें 170 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। इनमें पुलवामा और कंधार हाईजैक की साजिश रचने वाले भी थे।

महिला पायलटों ने तबाह किए पाकिस्तानी ठिकाने

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई कार्रवाई में 42 सैन्यकर्मी मारे गए थे जबकि इस दौरान भारत के 7 जवान शहीद हुए थे। रिपोर्ट के अनुसार भारत ने 9 और 10 मई की सुबह को पाकिस्तान के कई बड़ै सैन्य ठिकानों को तबाह किया था। जिसमें कई को अब तक ठीक किया जा रहा है। शुरुआत में पाकिस्तान इन हवाई हमलों से इनकार करता रहा, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरों से उसकी पोल खुलनी शुरू हुई तो उसके नेताओं ने सच उगलना शुरू कर दिया।

आसिम मुनीर को इसलिए बनाया फील्ड मार्शल

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर का प्रमोशन भी पड़ोसी ने अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए किया है ताकि दुनिया के सामने वह खुद को साबित कर सके कि उसे संघर्ष में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार इस ऑपरेशन के दौरान वायुसेना की कई महिला पायलट शामिल रहीं। ऑपरेशन की कमान संभालने से जुड़ी एक एक्सलूसिव जानकारी भी सामने आई है। ये भी पढ़ेंः इंडिगो ने तुर्की की एयरलाइंस से लीज पर लिए हैं 2 विमान, तनाव के बीच मंत्री का बड़ा बयान आया सामने

2 महिला सीओ ने संभाली थी कमान

पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे ड्रोन हमलों को नाकाम करने की जिम्मेदारी दो महिला सीओ ने संभाल रखी थी। एक राजस्थान के सूरतगढ़ में तैनात थी और दूसरी पंजाब के पठानकोट में। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान ने दोनों शहरों पर ड्रोन से हमला किया था। ऐसे में इन महिला कमांडरों ने अपनी कुशलता का परिचय देते हुए ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया था। जानकारी के अनुसार दोनों सीओ अपनी यूनिट में एकमात्र महिला थी। बता दें कि एक यूनिट में करीब 800 सैनिक होते हैं। बता दें कि सेना ने 2023 में महिलाओं को सीओ के तौर पर नियुक्त करने का फैसला किया था। वर्तमान में भारतीय सेना में 120 महिलाएं सीओ के पद पर तैनात हैं। ये भी पढ़ेंः ‘पाकिस्तान नागरिक और आतंकियों में फर्क नहीं करता…’ UN में भारत ने फिर खोली पड़ोसी की पोल


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