TrendingUP T20 League 2024Jammu Kashmir Assembly Election 2024Haryana Assembly Election 2024Aaj Ka Rashifal

---विज्ञापन---

कौन हैं भाजपा के कैबिनेट मंत्री? जिनके खिलाफ मुंबई पुलिस कर रही जांच

Temjen Imna Along News : भाजपा के कैबिनेट मंत्री तेमजेन इम्ना अलॉन्ग की मुश्किलें बढ़ती नजर रही हैं। मुंबई पुलिस ने उनके खिलाफ जांच पड़ताल तेज कर दी। मुंबई की एक कंपनी ने उनके कहने पर 125 करोड़ रुपये निवेश कर दिया।

Edited By : Deepak Pandey | Updated: Sep 11, 2024 16:21
Share :
कौन हैं भाजपा के कैबिनेट मंत्री? (File Photo)

Who Is Temjen Imna Along : नागालैंड के कैबिनेट मंत्री तेमजेन इम्ना अलॉन्ग अपने हंसमुख और मजाकिया अंदाज के लिए काफी फेमस हैं, लेकिन उनके खिलाफ एक कंपनी से जुड़े निवेश विवाद का मामला सामने आया है। अदालत के आदेश पर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) के स्पेशल टास्क फोर्स ने इस मामले में उनके खिलाफ जांच पड़ताल शुरू कर दी। आइए जानते हैं कि कौन हैं भाजपा के कैबिनेट मंत्री तेमजेन इम्ना अलॉन्ग?

कौन हैं भाजपा के कैबिनेट मंत्री?

44 वर्षीय तेमजेन इम्ना अलॉन्ग ने साल 2021 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन की थी। वे 15 जनवरी, 2020 से 25 सितंबर 2023 तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहें। साल 2018 से वे मंत्री और ओलेंगटाकी सीट से विधायक हैं। इस वक्त तेमजेन इम्ना अलॉन्ग नागालैंड सरकार में टूरिज्म एंड हायर एजुकेशन मिनिस्टर हैं। नार्थ ईस्ट होने के बाद भी वे अच्छी हिंदी बोलते हैं। साथ ही तेमजेन इम्ना अलॉन्ग सोशल मीडियो पर काफी एक्टिव रहते हैं, जिससे वे हिंदी भाषी राज्यों में भी काफी पॉपुलर हैं।

यह भी पढे़ं : थोड़े पतले हो जाइए महाराज… नगालैंड के छोटी आंखों वाले मंत्री तालाब में फंसे तो यूजर्स ने लिए मजे

जानें क्या है पूरा मामला?

मुंबई की कंपनी हेजल मर्केंटाइल लिमिटेड ने नागालैंड के कैबिनेट मंत्री तेमजेन इम्ना अलॉन्ग के खिलाफ एक याचिका दायर की, जिसमें आरोप लगाया कि उनके कहने पर कंपनी ने साल 2015 से 2018 के बीच नागालैंड में 125 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इसके तहत साइन हुए समझौता ज्ञापन में चावल और चीनी की सप्लाई एवं कंस्ट्रक्शन कॉन्ट्रैक्ट शामिल थे। बाद में अलॉन्ग ने कंपनी के लोगों से दूरी बना ली।

यह भी पढे़ं : नागालैंड में लैंडस्लाइड; पहाड़ से गिरे विशाल चट्टानों ने कारों को कुचला, दो लोगों की मौत

STF ने शुरू की जांच

नागालैंड के मंत्री से कोई जवाब नहीं मिलने के बाद कंपनी ने ईओडब्ल्यू में 9 फरवरी 2024 को शिकायत दर्ज की थी। लोकायुक्त की जांच से मना करने के बाद जस्टिस रेवती मोहिते डेरे और जस्टिस पृथ्वीराज चव्हाण की पीठ ने एसटीएफ को यह मामला सौंप दिया। इसके बाद एसटीएफ ने उनके खिलाफ जांच तेज कर दी।

HISTORY

Written By

Deepak Pandey

First published on: Sep 11, 2024 04:19 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें
Exit mobile version