TrendingPollutionLionel MessiGoa

---विज्ञापन---

‘कुर्सी खींची, 100 से ज्यादा मारे थप्पड़, पानी की जगह दिया…’, मालेगांव विस्फोट मामले में क्या बोलीं उमा भारती?

Uma Bharti on Malegaon Blast Case: महाराष्ट्र में मालेगांव बम ब्लास्ट की यादें 2025 में फिर से ताजा हो गई थीं, जब इस मामले के मुख्य आरोपियों को बरी कर दिया गया। इस मामले पर एक बार फिर से उमा भारती का रिएक्शन सामने आया है।

Photo Credit- ANI

Uma Bharti on Malegaon Blast Case: मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर भाजपा लीडर उमा भारती मालेगांव मामले पर अक्सर अपनी बात रखती नजर आती हैं। जब मालेगांव के आरोपियों को बरी किया गया, तब भी उन्होंने साध्वी प्रज्ञा से मुलाकात की थी। एक बार फिर से उन्होंने इस मामले पर बात की। उन्होंने कहा कि 'इस केस में लोगों को टारगेट बनाकर झूठे आरोपों में फंसाया गया था। उमा भारती ने इसे हिंदू समुदाय को बदनाम करने की एक साजिश बताया। ये पूरी तरह से तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए था।'

साध्वी प्रज्ञा को प्रताड़ित किया गया- उमा भारती

उमा भारती ने कहा कि इस धमाके में कई बड़े लोगों के नाम को खराब करने की कोशिश की गई। इसमें साध्वी प्रज्ञा और कर्नल श्रीकांत पुरोहित जैसे लोगों को निशाना बनाया गया। इस साजिश को रचने वाले लोगों को देश के मान की भी परवाह नहीं थी।' इसके अलावा, उमा भारती ने कहा कि 'साध्वी प्रज्ञा को इतना प्रताड़ित किया गया कि वह ठीक से चल भी नहीं पाती हैं। उन्हें 100 थप्पड़ मारे गए, उनकी कुर्सी खींची गई और जब उन्होंने पीने के लिए पानी मांगा, तो उन्हें कुछ और ही दिया गया।'

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: ‘भगवा आतंकवाद शब्द कहने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा होना चाहिए’, मालेगांव विस्फोट मामले में बोलीं उमा भारती

---विज्ञापन---

इसके अलावा, उन्होंने कर्नल पुरोहित की पत्नी के बारे में भी बात की। उमा भारती ने कहा कि 'मैंने उनकी पत्नी का एक इंटरव्यू देखा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि किस तरह से उनके नाखून उखाड़ दिए गए थे।

मालेगांव ब्लास्ट केस क्या है?

महाराष्ट्र के मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को एक मस्जिद के पास बम धमाका हुआ। ये धमाका एक मोटरसाइकिल में बम लगाकर किया गया था। इसमें 6 लोगों की मौत हुई थी और करीब 95 लोग घायल थे। इस मामले की शुरुआती जांच महाराष्ट्र ATS ने की। इसके बाद 2011 में ये मामला NIA के पास चला गया। इस केस में मुख्य आरोपियों में साध्वी प्रज्ञा, कर्नल श्रीकांत पुरोहित समेत 7 लोग थे। 2025 में इन सभी आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया।

ये भी पढ़ें: ‘भगवा आतंकवाद कहने वालों के मुंह काले हुए’, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस पर साधा निशाना


Topics:

---विज्ञापन---