Karnataka Elections 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए राहुल गांधी ने बीदर में सोमवार को एक जनसभा को संबोधित किया। राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश में नफरत फैला रही है। राहुल ने कहा कि आज RSS और BJP के लोग लोकतंत्र पर हमला कर रहे हैं।
भारत में अगर पहली बार लोकतंत्र की बात किसी ने की और उसे रास्ता दिखाया तो वो बसवन्ना जी थे। बसवन्ना जी की सोच थी कि सभी को एक साथ आगे बढ़ना चाहिए, लोकतंत्र में सभी की भागीदारी हो, सभी के लिए एक समान जगह हो, लेकिन बसवन्ना जी की सोच पर भाजपा और आरएसएस हमला कर रही है। भाजपा और आरएसएस भारत में नफरत और हिंसा फैला रहे हैं।
राहुल बोले- पीएम मोदी ने किया था झूठा वादा
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने पीएम से संसद में गौतम अडानी के साथ उनके संबंधों के बारे में ही पूछा था। मेरा माइक्रोफोन बंद कर दिया गया और बाद में मुझे लोकसभा से भी अयोग्य घोषित कर दिया गया। राहुल गांधी ने ये भी कहा कि पीएम मोदी ने हर भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रुपये देने का वादा किया, जो उनका झूठा वादा था।
राहुल गांधी ने कहा कि कांट्रेक्टर एसोसिएशन प्रधानमंत्री को पत्र लिखता है और कहता है कि कर्नाटक में 40% कमीशन लिया जा रहा है। नरेंद्र मोदी जी ने चिट्ठी का जवाब तक नहीं दिया। मैसूर सैंडल सॉप कॉरपोरेशन में करप्शन स्कैंडल होता है, MLA का बेटा 8 करोड़ रुपए के साथ पकड़ा जाता है, जॉब स्कैम होता और प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं कहते हैं। ये 40% कमीशन लेते हैं ना? तो आप इनको 40 सीट देना, 41 मत देना।
बोले- सरकार बनी तो कैबिनेट की बैठक में ये वादे होंगे पूरे
राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस पार्टी की सरकार कर्नाटक में जो 4 वादे कर रही है। इनमें पहला वादा- गृह लक्ष्मी है जिसमें 2000 रुपए हर महीने महिलाओं को दिए जाएंगे। दूसरा वादा- गृह ज्योति का है, जिसमें 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी।
राहुल गांधी ने कहा कि तीसरा वादा- अन्न भाग्य का है, जिसमें 10 किलो चावल हर परिवार को दिया जाएगा जबकि चौथा वादा- युवा निधी का है जिसमें 2 साल के लिए 3000 रुपए हर महीने ग्रेजुएट को और 1500 रुपए डिप्लोमा होल्डर को दिए जाएंगे। इन वादों को सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में पूरा किया जाएगा।
राहुल बोले- कांग्रेस देश में ओेबीसी को आगे ले जाना चाहती है
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जनसभा में कहा कि अगर हम देश में ओबीसी को आगे ले जाना चाहते हैं और उन्हें उनका अधिकार देना चाहते हैं, तो पहला कदम प्रधानमंत्री के लिए ओबीसी जनगणना के आंकड़े जारी करना होगा। पीएम ऐसा कभी नहीं करेंगे क्योंकि भाजपा ओबीसी का कल्याण नहीं चाहती, लेकिन कांग्रेस मौका मिलते ही ऐसा करेगी।