कर्नाटक में सीएम पद को लेकर लगाए जा रहे कयासों के बीच डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने चुप्पी तोड़ दी है. डीके ने कहा, 'मैं कांग्रेस हाईकमान से नहीं मिल रहा हूं. मैं अपने डिप्टी सीएम के पद से खुश हूं.'
इससे पहले शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विधानसभा में साफ किया था कि वह अपने पद पर बने रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस हाईकमान मेरे पक्ष में है. सीएम ने यह साफ किया कि उनके ढाई साल तक हीं पद पर बने रहने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
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आखिर क्यों हो रही है नेतृत्व परिवर्तन की बात?
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया को उनके पद से हटाने को लेकर पिछले कई महीने से कयास लगाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि डीके शिवकुमार आलाकमान के सामने अपनी दावेदारी रख रहे हैं. हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि कर्नाटक में सत्ता का संघर्ष स्थानीय स्तर पर है. इसमें हाईकमान की कोई भूमिका नहीं है.
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इससे पहले मीडिया से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा कि कोई समस्या नहीं है. आप (मीडिया) मुद्दा बना रहे हैं. मुझे जो कहना था वो कई बार कह चुका हूं. मुख्यमंत्री ने भी अपनी बात रखी है. कांग्रेस अध्यक्ष ने जो कहा है, वह भी सही है.
सीएम बदलने के लगाए जा रहे कयास
उन्होंने मीडिया से पार्टी के आंतरिक मामलों की चिंता न करने की अपील की थी. बता दें कि कर्नाटक में सत्ता का संघर्ष तब बढ़ा जब कांग्रेस सरकार ने 20 नवंबर को अपने पांच साल के कार्यकाल का आधा सफर तय किया. तो फिर उस कयास को एक बार फिर से हवा मिली जिसमें कहा जा रहा था कि सिद्धारमैया और शिवकुमार को 2.5-2.5 साल सीएम बनाने का करार था.
सिद्धारमैया ने कहा कि अंतत: राहुल गांधी और पार्टी हाईकमान को मुख्यमंत्री परिवर्तन पर निर्णय लेना है. मामला इतना हल्का नहीं है.
दरअसल, डीके शिवकुमार बंद कमरे में कांग्रेस नेताओं को ये दलील देते हैं कि कर्नाटक की जनता देखना चाहती है कि वो कर्नाटक के सीएम बने लेकिन जानकारों के मुताबिक ज्यादातर विधायक सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बने रहने देने के हक में हैं, इसलिए कांग्रेस आलाकमान जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहता.