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BJP-RLD में कहां फंसा है पेंच? बस एक सीट से मुश्किल हो जाएगी हल

Jayant Chaudhary BJP RLD Alliance: जयंत चौधरी जल्द ही एनडीए का हाथ थाम सकते हैं। कहा जा रहा है कि उनकी डिमांड ज्यादा है।

जयंत चौधरी जल्द ही बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
मानस श्रीवास्तव, लखनऊ:  Jayant Chaudhary BJP RLD Alliance: बिहार के बाद अब मिशन उत्तर प्रदेश पर निकली भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बड़ा खेल करने की तैयारी कर ली है। अगर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) प्रमुख जयंत चौधरी के साथ बातें तय हो गईं, तो जल्द ही आरएलडी एनडीए का हिस्सा बन जाएगी। वैसे तो बीजेपी राष्ट्रीय लोकदल को यूपी लोकसभा में चार सीटों को देने पर सहमत हो गई है, लेकिन कहा जा रहा है कि जयंत चौधरी की डिमांड थोड़ी ज्यादा है। जयंत उत्तर प्रदेश में पांचवीं लोकसभा सीट के तौर पर मुजफ्फरनगर से भी अपने उम्मीदवार को उतारना चाहते हैं। इसके अलावा जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश से एक राज्यसभा सीट की भी मांग रहे हैं।

राज्यसभा की 10 सीटें खाली

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटें खाली हुई हैं। इनमें से संख्या बल के आधार पर 7 सीट पर बीजेपी का चुनाव जीतना तय माना जा रहा है। इन सात सीटों में से एक सीट राष्ट्रीय लोकदल (RLD) अपने खाते में मांग रही है। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी ने इस पर अपनी सहमति नहीं दी है। बीजेपी राष्ट्रीय लोकदल को चार सीटें देने पर सहमत हुई है। यह सीट बागपत, मथुरा, अमरोहा और कैराना की हैं। जानकारी के अनुसार, भाजपा अपने खाते से यह चार सीट लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए जयंत चौधरी को देने पर सहमत हो गई है, लेकिन अभी मुजफ्फरनगर की सीट पर पेंच फंसा हुआ है।

जयंत को ज्यादा सीट दीं तो बाकी सहयोगी दल भी करेंगे डिमांड 

कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी पासपेश की स्थिति में है। उसके सामने असमंजस की स्थिति यह है कि अगर उसने राष्ट्रीय लोकदल को पांच लोकसभा और एक राज्यसभा सीट दे दी तो ऐसे में बाकी दल भी ज्यादा सीटों की डिमांड कर सकते हैं। अपना दल निषाद पार्टी और भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी भी लोकसभा सीटों की डिमांड पहले से ज्यादा करेंगी।

बीजेपी-आरएलडी में पेंच फंसा

ऐसे में भारतीय जनता पार्टी जयंत चौधरी को चार से ज्यादा सीट देने के लिए तैयार नहीं है। यही वजह है कि फिलहाल बीजेपी-आरएलडी में पेंच फंसा हुआ है। वैसे कहा तो ये भी जा रहा है कि आरएलडी को अपना भविष्य एनडीए के साथ ही बेहतर नजर आ रहा है। ऐसे में वह कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते। अब देखना दिलचस्प होगा कि जयंत अखिलेश का हाथ थामे रखते हैं या फिर नीतीश कुमार की तरह एनडीए का दामन थाम लेंगे। ये भी पढ़ें: BJP-RLD में यूपी की 4 सीटों पर फाइनल हुई बात, पांचवीं सीट का नाम आया सामने
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