Jagannath Rath Yatra Stampede: रविवार की सुबह 4 से 5 बजे के करीब पूरी में जगन्नाथ रथ यात्रा में भगदड़ मच गई। पुरी में गुंडिचा मंदिर के पास हुई भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। घटना के समय हजारों श्रद्धालु अनुष्ठान देखने के लिए जमा हुए थे। वहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने भगदड़ कैसे मची इसकी जानकारी दी। उनमें से एक का कहना है कि यहां पर व्यवस्था ठीक नहीं थी, जिसके चलते ये हादसा हुआ। जबकि कुछ का कहना है कि दो ट्रकों के आने से श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई।
कैसे मची भगदड़?
बहुत से श्रद्धालु गुंडिचा मंदिर के पास जमा हुए थे, जिसमें से 1,500 भक्त रथ पर सवार थे। यह सभी लोग तीनों देवताओं की एक झलक पाने के लिए मुख्य जगन्नाथ मंदिर से लगभग 3 किमी दूर गुंडिचा मंदिर के आसपास जमा हुए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सुबह करीब 4 बजे चरमाला की लकड़ी से लदे दो ट्रक (जिसे पवित्र माना जाता है) सारधाबली क्षेत्र में आए।
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इन दो ट्रकों के आने से श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद ही भगदड़ मची, जिसमें कई लोग घायल हुए और तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। जान गंवाने वाली एक पीड़िता के पति ने ANI से बात करते हुए कहा कि 'जब यह घटना हुई, तो किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, न तो अग्निशमन अधिकारी, न ही बचाव दल और न ही अस्पताल की टीम वहां पर मौजूद थी।'
एक दूसरे पर गिरे लोग
वहां पर मौजूद ने चश्मदीद ने बताया कि 'लोग एक दूसरे के ऊपर गिर रहे थे। कुछ ही मिनटों में कई लोग बेहोश हो गए। उन्होंने आगे कहा कि 'मैं मदद मांगने के लिए सूचना केंद्र की तरफ भागा, लेकिन इस हादसे में केंद्र कुछ नहीं कर सका, क्योंकि एंबुलेंस घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूरी पर खड़ी थी। पुरी के एक निवासी ने दावा किया कि वह सुबह 3 बजे तक मंदिर में थे। उन्होंने कहा कि यहां पर प्रबंधन ठीक नहीं था।' ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि 'जांच पूरी होने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।'
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