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क्या है जगन्नाथ पुरी हेरिटेज कॉरिडोर? 17 जनवरी से यात्रा कर सकेंगे श्रद्धालु, सीएम पटनायक करेंगे उद्घाटन

What Is Jagannath Puri Heritage Corridor in Hindi : जगन्नाथ मंदिर में 75 मीटर के हेरिटेज कॉरिडोर का काम पूरा हो गया है। इसके तहत मंदिर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

Draft architectural plan for Shree Jagannath Puri Heritage Corridor project
What Is Jagannath Puri Heritage Corridor in Hindi : ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर की श्री मंदिर परिक्रमा यानी जगन्नाथ हेरिटेज कॉरिडोर प्रोजेक्ट का काम पूरा हो गया है। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर रंजन कुमार दास ने कहा कि काम लगभग पूरा हो गया है और पूरा प्रोजेक्ट अब मंदिर अधिकारियों की निगरानी में रहेगा। मंदिर प्रशासन को ओडिशा ब्रिज एंड कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन की ओर से प्रोजेक्ट हैंड ओवर कर दिया गया है। रंजन कुमार ने कहा कि मेघनाद पछेरी -बाहरी बाउंड्री वॉल- से 75 मीटर के दायरे में काम लगभग समाप्त हो गया है। बता दें कि आम जनता के लिए यह हेरिटेज कॉरिडोर जनवरी से खुल जाएगा।

श्रद्धालुओं को मिलेंगी अब ये सुविधाएं

इस हेरिटेज प्रोजेक्ट के तहत कई पार्किंग प्लेस, श्री सेतु नाम का एक पुल, श्रद्धालु केंद्र, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक नई सड़क, शौचालय और क्लॉक रूम आदि बनवाए गए हैं और इलेक्ट्रिकल काम करवाए गए हैं। शुक्रवार को इस मेगा प्रोजेक्ट के उद्घाटन को लेकर पूजा-पाठ की शुरुआत भी हो गई। ये कार्यक्रम तीन दिन चलेंगे और 17 जनवरी को इसका उद्घाटन होगा। प्रोजेक्ट का उद्घाटन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक करेंगे। वहीं, तीन दिन चलने वाले यज्ञ में पूर्णाहुति पुरी गजपति महाराज दिव्यसिंह देव देंगे। कॉरिडोर का उद्देश्य इस विश्वविख्यात मंदिर की भव्यता और विजुअल अपील में बढ़ोतरी करना है।

चार धामों में से एक है जगन्नाथ पुरी

उल्लेखनीय है कि पुरी का श्री जगन्नाथ मंदिर हिंदू धर्म के अनुसार चार धामों में से एक है और इस धर्म में आस्था रखने वाले हर व्यक्ति को यहां की यात्रा करने की सलाह जरूर दी जाती है। बता दें कि इस मंदिर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ, उनकी बहन देवी सुभद्रा और भाई महाप्रभु श्री बलभद्र की पूजा की जाती है। यह कॉरिडोर श्रद्धालुओं के लिए यहां का अनुभव बेहतर करेगा। ये भी पढ़ें: क्या रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के विरोध में हैं चारों शंकराचार्य ये भी पढ़ें: राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले क्या अनुष्ठान होंगे


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