Tamil Nadu News: तमिलनाडु में 2004 में आई सुनामी में जीवित बची सबसे कम उम्र की मीना ने रविवार को शादी कर ली। नागपट्टिनम के तत्कालीन कलेक्टर और वर्तमान अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जे राधाकृष्णन ने विवाह को संपन्न करवाया। बता दें कि 26 दिसंबर 2004 को नागपट्टिनम में आई हिंद महासागर की सुनामी में करीब 6065 लोगों की मौत हो गई थी। इसके कुछ दिन बाद राधाकृष्णन को मछली पकड़ने वालों की बस्ती कीचनकुप्पम के पास एक बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी थी। उन्होंने बच्ची को सुनामी के मलबे से निकालकर बाल गृह में भर्ती करवाया था। उस समय प्रदेश सरकार ने सुनामी में अपने परिवारों को खो चुके बच्चों के लिए नागपट्टिनम में अन्नाई सत्या सरकारी बाल गृह की स्थापना की थी।
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बच्ची का नाम मीना रखा गया था। मीना के अलावा एक तीन साल की बच्ची सौम्या भी सेंटर में थी। उसे वेलंकन्नी से बचाया गया था। सौम्या की 2022 में शादी हो चुकी है। बाद में दोनों आपस में बहनें बन गई थीं। दोनों बच्चियों के लिए आईएएस राधाकृष्णन और उनकी पत्नी कृतिका ने गॉडपेरेंट्स की भूमिका निभाई। बच्चियों को खूब ख्याल रखा। 2018 में राधाकृष्णन को गजा चक्रवात राहत कार्यों के निगरानी अधिकारी की जिम्मेदारी भी दी गई थी। इसी दौरान मीना ने 12वीं कक्षा में दाखिला लिया था। आईएएस अधिकारी अलग-अलग जिलों में ड्यूटी के दौरान मीना की संभाल के लिए नागपट्टिनम आते रहे।
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मीना नर्स बनना चाहती थीं, उसके सपने को पूरा करने में राधाकृष्णन ने कोई कसर नहीं छोड़ी। अब रविवार को मीना ने पी मणिमारन से विवाह किया है, जो नागपट्टिनम में एक राष्ट्रीयकृत बैंक में जॉब करते हैं। राधाकृष्णन ने विवाह को श्री नेल्लुक्कदाई मरियम्मन मंदिर में संपन्न करवाया है। विवाह समारोह में सुनामी में बचे कई बच्चों ने शिरकत की। इन्होंने मीना के साथ रहकर ही पढ़ाई की है। इस दौरान राधाकृष्णन ने कहा कि हमारा परिवार उस बच्ची की शादी के बाद बेहद खुश है, जिसे नाजों से पाला है। मीना की बहन सौम्या एक बेटी की मां बन चुकी है।
आइएएस अधिकारी की हो रही सराहना
आइएएस अधिकारी ने शादी के फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर किए हैं। उन्होंने लिखा है कि एक यादगार दिन, एक ऐसा परिवार, जो खून के बंधन से आगे बढ़ गया है। उनकी पोस्ट पर यूजर्स जमकर कमेंट और शेयर कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि बहुत प्रेरणादायक सर, सलाम! आपके भाव और समर्थन को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। दूसरा यूजर लिखता है कि बहुत बढ़िया काम किया सर आपने। सुनामी के दौरान आपने जो प्रयास किया, उसके बारे में हर कोई जानता है।