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गोवा क्लब आग : थाइलैंड भागे लूथरा ब्रदर्स के लिए कैसे काल बना पासपोर्ट कानून? ऐसे दबोचे गए दोनों भाई

गोवा के नाइट क्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे के बाद सरकार ने इसकी जांच के लिए कमेटी बनाई है, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह बाद आएगी.

इस मामले में अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

गोवा के नाइट क्लब में आग लगने के तुरंत बाद ही उसके मालिक सौरभ और गौरव लूथरा देश छोड़कर थाइलैंड भागने में कामयाब रहे. जब लोग अपनी जिंदगी बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे, तब वो लोग टिकट बुक करवा रहे थे. लेकिन गुरुवार को उन्हें थाइलैंड में गिरफ्तार कर लिया गया है. अब उन्हें भारत लाया जाएगा. दोनों भाइयों को दबोचने के लिए सरकार ने पासपोर्ट कानून का रास्ता अपनाया. सरकार ने पासपोर्ट अधिनियम की धारा 10A का इस्तेमाल करते हुए दोनों भाइयों का पासपोर्ट रद्द कर दिया. इस धारा के तहत किसी भी व्यक्ति को यात्रा करने से रोका जा सकता है. इसके साथ ही और और शिकंजा कसते हुए सीबीआई ने दोनों भाइयों के खिलाफ 'ब्लू कॉर्नर नोटिस' भी जारी किया था. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, पासपोर्ट रद्द होने के बाद दोनों भाइयों का थाईलैंड में रहना अवैध हो गया. इसके बाद भारतीय अधिकारियों ने अपने थाई समकक्षों के जरिए उन्हें हिरासत में ले लिया. दोनों भाइयों को भारत लाने के लिए एक टीम थाइलैंड पहुंच गई है.

दिल्ली के रहने वाले लूथरा ब्रदर्स चार देशों और 22 शहरों में 'रोमियो लेन' नाम से एक चेन चलाते हैं. दोनों भाई 'बर्च बाय रोमियो लेन' में लगी भीषण आग के कुछ ही घंटों बाद फुकेत भाग गए थे.

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25 लोगों की हुई थी मौत

नाइटक्लब में लगी आग में 25 लोगों की मौत हो गई थी. जब यह आग लगी, उस वक्त क्लब में करीब 100 लोग मौजूद थे. बताया जा रहा है कि वहां परफॉर्मेंस के दौरान इलेक्ट्रिक पटाखे यूज किए गए थे, जिसके वजह से आग लगी थी. हालांकि, अभी आग की सही वजह पता नहीं चल पाई है. पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है. यह कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. जांच में यह भी सामने आया है कि क्लब में अग्नि सुरक्षा नियमों का भी उल्लंघन किया गया है. हादसे के वक्त कोई भी अग्निशामक यंत्र या सेफ्टी अलार्म काम नहीं कर रहे थे. इसके अलावा क्लब की एंट्री का रास्ता बहुत ही संकरा था. इतना संकरा था कि आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां भी वहां नहीं जा सकीं. उन्हें 400 मीटर दूर ही खड़ा करना पड़ा, जिसकी वजह से आग बुझाने में काफी दिक्कत हुई.

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को-पार्टनर पहले ही गिरफ्त में

इस मामले में लूथरा ब्रदर्स के पार्टनर अजय गुप्ता को पहले ही गोवा पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. अजय गुप्ता को जब पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तो वह बीमारी का बहाना करके अस्पताल पहुंच गया. लेकिन गोवा पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से उसे दबोच लिया. अब कोर्ट ने अजय गुप्ता को 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है.

लोग जिंदा जल रहे थे, मालिक टिकट बनवा रहे थे

रिपोर्ट्स में सामने आया है कि रात करीब 1.17 बजे एक ट्रैवल पोर्टल के जरिए दोनों भाइयों ने ये टिकट बुक करवाए थे. उसी वक्त पुलिस और फायरब्रिगेड की गाड़ियां आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही थीं. वहीं, लोग खुद को आग से बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे. पूरे इलाके में चीख-पुकार मची हुई थी. घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया जा रहा था.

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कोर्ट से राहत नहीं

दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने नाइटक्लब के मालिकों सौरभ और गौरव लूथरा को तत्काल अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया है. दोनों से गिरफ्तारी से बचने के लिए रोहिणी कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की थी. लेकिन कोर्ट ने तुरंत राहत देने से इनकार कर दिया. कोर्ट ने इस पर गोवा सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए दोनों भाईयों ने खुद को पीड़ित बताया. उनका कहना था कि उन्हें बिना किसी आधार के आरोपी बनाया जा रहा है. लेकिन कोर्ट ने अंतरिम राहत देने से इनकार करते हुए कहा कि मामला गंभीर है और पहले गोवा सरकार का जवाब सुना जाएगा.


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