देश में इन दिनों वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर बवाल मचा हुआ है। जहां इसके विरोध में पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद हिंसा हुई तो वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाए। इसे लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने बताया कि मुर्शिदाबाद में हिंसा क्यों हुई। साथ ही उन्होंने निशिकांत दुबे पर भी बयान दिया।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू में कहा कि मुर्शिदाबाद में हिंसा इसलिए हुई क्योंकि उन्होंने हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत पैदा करने की कोशिश की है। बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया। मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया गया। स्कूलों को ध्वस्त कर दिया गया। मुसलमानों के घर ध्वस्त कर दिए गए। उनका क्या दोष था? क्या उनका दोष साबित हुआ? कुछ भी साबित नहीं हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन उन्होंने फिर भी उनका इस्तेमाल किया। क्या मेरे और उनके लिए कानून अलग है?
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एक सांसद का ऐसा बयान देना गलत : फारूक अब्दुल्ला
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की टिप्पणी पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि लोकतंत्र के चार स्तंभ हैं। संसद, न्यायपालिका और कार्यपालिका। अगर कोई गलत कानून पारित होता है तो हम सुप्रीम कोर्ट में जाकर अपनी बात रख सकते हैं और वे हमारी बात सुनते हैं। एक सांसद का ऐसा बयान देना गलत है।
रामबन लैंडस्लाइड मामले में केंद्र से मदद की लगाई गुहार
उन्होंने रामबन लैंडस्लाइड पर कहा कि रामबन में भारी नुकसान हुआ है। 3 लोगों की मौत की खबर है। कई वाहन मलबे में फंसे हुए हैं। सुरंग के पास एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। बनिहाल में भारी नुकसान हुआ है। उपमुख्यमंत्री रामबन के लिए रवाना हो गए हैं। हमारे मंत्री भी कश्मीर से संपर्क कर रहे हैं। यह एक आपदा है और हम हर संभव सहायता प्रदान करेंगे। हमने केंद्र से भी अनुरोध किया है कि वह इस आपदा से निपटने में हमारी मदद करे और नुकसान की कुछ हद तक भरपाई करे।
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