यह भी पढ़ेंयह भी पढ़ें - ‘बैकडोर से पास कराया दिल्ली सर्विस बिल…’ अरविंद केजरीवाल ने PM मोदी और गृह मंत्री शाह पर साधा निशाना
सरकार ने इन यू्ट्यूब चैनलों को किया बंद (Fake YouTube Channels Ban)
- 'एसपीएन9' न्यूज नामक चैनल में 48 लाख सब्सक्राइबर्स और 189 करोड़ व्यूज़ थे, जो फेक न्यूज़ को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कई केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ प्रसारित करता था।
- 'कैपिटल टीवी' नामक चैनल में 35 लाख सब्सक्राइबर्स और 160 करोड़ व्यूज़ थे, जो पीएम मोदी, सरकार और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की घोषणाओं से जुड़ी फेक न्यूज़ प्रसारित करता था।
- 'यहां सच देखो' नामक चैनल में 30 लाख सब्सक्राइबर्स और 10 करोड़ से अधिक व्यूज़ थे, जो इलेक्शन कमीशन और भारतीय न्यायाधीश के बारे में झूठी जानकारी प्रसारित करता था।
- 'वर्ल्ड बेस्ट न्यूज' नामक चैनल में 17 लाख सब्सक्राइबर्स और 18 करोड़ से अधिक व्यूज़ थे, जो भारतीय सेना को प्रतिष्ठित करने का काम करता था।
- 'सरकारी व्लॉग' नामक चैनल में 45 लाख सब्सक्राइबर्स और 9.4 करोड़ व्यूज़ थे, जो सरकारी योजनाओं के बारे में फेक न्यूज़ प्रसारित करता था।
- 'एजुकेशनल दोस्त' नामक चैनल में 34.3 लाख सब्सक्राइबर्स और 23 करोड़ व्यूज़ थे, जो सरकारी योजनाओं के बारे में गलत जानकारी प्रसारित करता था।
- 'केपीएस न्यूज' नामक चैनल में 10 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स और 13 करोड़ से अधिक व्यूज़ थे, जो सरकारी योजनाओं और आदेशों के बारे में गलत जानकारी प्रसारित करता था। उदाहरणस्वरूप, गैस सिलिंडर 20 रुपए में उपलब्ध है और पेट्रोल 15 रुपए प्रति लीटर हो गया है।
- 'अर्न इंडिया टेक' नामक चैनल में 31 हजार सब्सक्राइबर्स और 36 लाख व्यूज़ थे, जो आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेजों से जुड़ी फेक न्यूज़ प्रसारित करता था।
---विज्ञापन---
---विज्ञापन---