TrendingYear Ender 2025T20 World Cup 2026Bangladesh Violence

---विज्ञापन---

‘जिस दिन POK भारत में आ जाएगा…’, विदेश मंत्री जयशंकर ने कश्मीर समस्या का बताया ये समाधान

S. Jaishankar on PoK: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पीओके के मुद्दे पर कहा कि जिस दिन यह चुराया गया हिस्सा भारत में शामिल हो जाएगा, उस दिन कश्मीर की समस्या का समाधान हो जाएगा। विदेश मंत्री लदंन में एक थिंक टैंक द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में बोल रहे थे।

S. Jaishankar (Pic Credit- Social Media)
S. Jaishankar on Kashmir issue solution: विदेश एस. जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान ने जो हिस्सा चुराया है, अब उसकी वापसी का इंतजार है। पीओके के भारत में शामिल होते ही जम्मू’-कश्मीर में पूरी तरह शांति हो जाएगी। उन्होंने लंदन के थिंक टैंक चैथम हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली की प्रकिया तीन चरणों में पूरी की गई। विदेश मंत्री से एक शख्स ने कश्मीर के समाधान को लेकर प्रश्न किया। इस पर उन्होंने कहा कि कश्मीर में तीन चरणों में शांति प्रकिया को अंजाम दिया गया। सबसे पहले आर्टिकल 370 हटाया गया। इसके बाद कश्मीर में सामाजिक न्याय और आर्थिक गतिविधियां के साथ विकास को बढ़ावा दिया गया। इसके बाद अच्छे वोटिंग के साथ मतदान कराना था। अब हम सभी को कश्मीर के उस हिस्से की वापसी का इंतजार है, जिसे पाकिस्तान से चुराया है, जिस दिन यह काम हो जाएगा उस दिन कश्मीर की समस्या का समाधान हो जाएगा। ये भी पढ़ेंः Video: देश में महंगाई की दस्तक! 5 पॉइंट में जानें डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से भारत को कैसे होगा नुकसान?

अमेरिकी टैरिफ पाॅलिसी पर क्या कहा?

जयशंकर ने इस दौरान अमेरिकी टैरिफ पाॅलिसी पर भी बातचीत की। जयशंकर ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका बहुध्रुवीयता की ओर बढ़ रहा है। जो भारत के लिए अच्छा है। उन्होंने अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साझा गठबंधन पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि क्वाड हमारे देशों के बीच एक ऐसी समझ डवलप करता है, जहां हर कोई अपना हिस्सा देता है। चीन को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि दो अरब से अधिक आबादी वाले देश के साथ हमारा अनोखा रिश्ता है। हम एक ऐसा रिश्ता चाहते हैं जहां हमारे हितों की अनदेखी ना हो। वहीं संवेदनशील विषयों पर दोनों देश मिलकर काम करे। ये भी पढ़ेंः Abu Azmi के औरंगजेब वाले बयान में कितनी है सच्चाई, क्या कहते हैं इतिहासकार ?


Topics:

---विज्ञापन---