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म्यांमार में भूकंप के क्या हैं मायने? कहीं ये किसी बड़ी तबाही का संकेत तो नहीं?

म्यांमार में भूकंप के झटके देखने को मिले हैं। इससे म्यांमार और थाईलैंड में भारी तबाही मच गई है। इन झटकों से भारत के भी कई इलाकों की धरती हिल गई। ऐसे में क्या यह किसी बड़ी तबाही का संकेत तो नहीं है?

Earthquake Alert Latest Update: म्यांमार में भूकंप के झटके देखने को मिले हैं। इससे म्यांमार और थाईलैंड में भारी तबाही मच गई है। इन झटकों से भारत के भी कई इलाकों की धरती हिल गई। हालांकि नए साल की शुरुआत ही भूकंप के झटकों के साथ हुई है। शुरुआत के 7 दिन में लगातार कहीं न कहीं भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस लिस्ट में भारत समेत 4 देशों के नाम शामिल हैं। भूकंप ने तिब्बत में भयंकर तबाही मचाई थी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि लगातार आ रहे भूकंप कहीं किसी बड़ी आपदा का संकेत तो नहीं दे रहे हैं? आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स की इस पर क्या राय है?

7 दिन में कहां-कहां आया भूकंप?

NCS (National Centre for Sismology) के अनुसार 1 जनवरी से 7 जनवरी के बीच भारत, चीन के तिब्बत, नेपाल और म्यामांर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। वहीं भारत के 9 राज्य भूकंप से कांप चुके थे। यह भी पढ़ें- HMPV को 6 महीने की बच्ची ने कैसे हराया? मुंबई से मिली राहत की खबर
तारीख जगह तीव्रता केंद्र
1 जनवरी 2025 कच्छ, गुजरात 3.2 भचाऊ से 23 किलोमीटर दूर
2 जनवरी 2025 सिक्किम 3.9 ताडोंग से 264 किलोमीटर दूर
3 जनवरी 2025 गुवाहाटी, असम 5.1 म्यामांर
4 जनवरी 2025 कच्छ, गुजरात 3.6 जमीन से 5 किलोमीटर नीचे
5 जनवरी 2025 सोनीपत, हरियाणा 3.0 जमीन से 10 किलोमीटर नीचे
6 जनवरी 2025 पालघर, महाराष्ट्र 3.7 डहाणू तालुका
7 जनवरी 2025 दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड, बिहार, सिक्किम 7.1 तिब्बत के शिजांग में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे

रोज भूकंप आने के मायने

अब सवाल यह है कि लगातार आ रहा भूकंप क्या किसी बड़ी तबाही का संकेत है? जाहिर है इसके बारे में पुख्ता दावा करना किसी के लिए संभव नहीं है, लेकिन NEHU (North Eastern Hill University) के जियोलॉजी प्रोफेसर देवेश वालिया की मानें तो भूंकप 3 तरीके से आता है। इसमें एक तरीका है Earthquake Swamp (भूकंप का झुंड)।

क्या है Earthquake Swamp?

अर्थक्वेक स्वाम्प के अंतर्गत जब भी कोई बड़ा भूकंप आता है तो इससे पहले कई छोटे-छोटे झटके महसूस किए जाते हैं। ऐसे भूकंप के केंद्र जमीन से 5-15 किलोमीटर गहरे होते हैं। ऐसे में हो सकता है कि लगातार आ रहे भूकंप किसी बड़े भूकंप की चेतावनी हैं। मुमकिन है कि भविष्य में भूकंप अधिक तीव्रता से आए। हालांकि अगर यह झटके बंद हो जाते हैं तो बड़ा भूकंप आने की संभावना भी काफी हद तक कम हो जाएगी। यह भी पढ़ें- कितनी तीव्रता का भूकंप खतरनाक? जब ताश के पत्तों की तरह गिरने लगती हैं इमारतें


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