यात्रियों की पहचान बिना पेपर दिखाए होगी, इससे समय बचता है
दिल्ली के एएआई-एटीसी (Air Traffic Control) सेवा भवन में 74वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान एएआई के अध्यक्ष ने कहा, "डिजी यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम है जिसे हम 3-4 साल की कड़ी मेहनत के बाद लागू करने में सक्षम हुए हैं। उन्होंने कहा इसे एएआई मंत्रालय के तहत प्रभावी रूप से शामिल किया गया था और निजी ऑपरेटरों की मदद से हमने एक पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया है। एएआई चेयरमैन ने समझाते हुए कहा, इसमें एक सॉफ्टवेयर अलग से बनाया जाता है और हार्डवेयर को हवाई अड्डे पर रखा जाता है ताकि यात्रियों की पहचान बिना पेपर दिखाए हो सके और वे तेजी से यात्रा कर सकें।"
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ऐसे करता है काम
बता दें जब भी यात्री हवाई अड्डे से सफर करते हैं तो वे पहले सुरक्षा जांच से गुजरते हैं। फिर चेक-इन पर और फिर बोर्डिंग गेट पर एक और सुरक्षा जांच से गुजरते हैं। इन जगहों पर उन्हें अपनी आईडी और बोर्डिंग कार्ड दिखाने पड़ते थे। अब डिजी यात्रा में नए साफ्टवेयर के माध्यम से दस्तावेजों के बिना निर्बाध, कागज रहित यात्रा की जा सकेगी। इससे यात्रियों का समय बचेगा। यात्रियों के गुजरने पर वहां लगे कैमरे चेहरे और बोर्डिंग पास स्कैन करने पर जानकारी एकत्रित कर लेंगे। यात्री को रुककर जांच नहीं करवानी पड़ेगी।
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