नई दिल्ली: बेंगलुरू से दिल्ली जा रही Go First की फ्लाइट बीती शाम 55 यात्रियों को एयरपोर्ट पर छोड़कर उड़ गई थी। इस मामले में विमानन क्षेत्र की नियामक संस्था DGCA ने गो फर्स्ट एयरलाइंस को रिपोर्ट तलब की है।
DGCA ने भेजी नोटिस
नियामक ने घटना की रिपोर्ट मांगी थी, जो मंगलवार को एयरलाइन द्वारा प्रस्तुत की गई थी। कहा गया कि प्रथम दृष्टया यह सामने आया है कि डीजीसीए नियमों का पालन करने में विफल रहा। गो फर्स्ट एयरलाइन के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए डीजीसीए कहा, "उनके विनियामक दायित्वों के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई क्यों न की जाए?" गो फर्स्ट को अपना जवाब दाखिल करने के लिए डीजीसीए ने दो सप्ताह का समय दिया है।
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गो फर्स्ट एयरवेज ने कहा- असुविधा के लिए खेद है
इस मामले पर एयरलाइन ने मांफी मांगी है। कंपनी ने कहा कि इस असुविधा के लिए हम खेद व्यक्त करते हैं। साथ ही प्रभावित यात्रियों को अगले 12 महीनों में किसी भी घरेलू क्षेत्र में यात्रा के लिए एक मुफ्त टिकट देने का फैसला किया है।
पीएमओ और एविएशन मिनिस्टर से शिकायत करने वाले यात्रियों ने कहा कि उनके बोर्डिंग पास थे और उनके बैग चेक इन किए गए थे। इसके बावजूद फ्लाइट हमें छोड़कर टेकऑफ कर गई। उधर, मामले की जानकारी के बाद गो फर्स्ट एयरवेज ने ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, “हमें हुई असुविधा के लिए खेद है।”
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बता दें कि एयरलाइन की उड़ान 9 जनवरी को बेंगलुरू हवाई अड्डे से थी। लेकिन विमान 50 से अधिक यात्रियों को सवार करना भूल गई थी। कई यात्री इस हरकत से परेशान थे।
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