TrendingMCD ElectionSanchar Saathiparliament winter session

---विज्ञापन---

Car Insurance कंपनियों की बढ़ी सिरदर्दी, गाड़ियों को नारियल और हाथी पहुंचा रहे नुकसान

Car Insurance update: गुस्सैल मोर द्वारा कार के शीशे को चोंच से नुकसान पहुंचाने के केस इंश्योरेंस कंपनियों के पाास पहुंच रहे हैं। जिसका क्लेम सेटल करने में कर्मचारियों को ज्यादा माथापच्ची करनी पड़ रही है।

हाथी कार को पहुंचा रहे नुकसान
Car Insurance update: देशभर में कार इंश्योरेंस कंपनियों की सिरदर्दी बढ़ी है। साल 2023 में जानवरों द्वारा गाड़ियों को नुकसान पहुंचाने के मामले बढ़े हैं। इसके अलावा कार पर नारियल गिरने या प्राकृतिक रूप से नुकसान होने के केसों में भी इजाफा हो रहा है। जानकारी के अनुसार साल 2023 में इंश्योरेंस कंपनी Go Digit ने उसके पास आए कार क्लेम के कुल मामलों में 20 ऐसे केस में कार मालिकों को भुगतान किया है, जिसमें गुस्सैल हाथी ने कार को नुकसान पहुंचाया था।

अकेले इंदिरा नगर में आवारा कुत्तों द्वारा नुकसान पहुंचाने के 110 मामले

आए दिन सोशल मीडिया पर हम चलती सड़क पर हाथियों के झुंड द्वारा कार को रोकने और उसे नुकसान पहुंचाने के वीडियो वायरल होते दिखते हैं। अब इन घटनाओं से कार इंश्योरेंस कंपनियां परेशान हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार अकेले लखनऊ के इंदिरा नगर से कार को आवारा कुत्तों द्वारा नुकसान पहुंचाने के साल 2023 में कुल 110 मामले सामने आए हैं। जिससे इंशयोरेंस कंपनियों को क्लेम देना पड़ा है।

गुस्सैल मोर और चिड़िया ने कार को पहुंचाया नुकसान

जानकारी के अनुसार पिछले साल कार पर नारियल गिरना, पेड़ से पक्षी द्वारा खाने का कुछ सामान गिरा देने जैसे मामले कार इंश्योरेंस कंपनियों के पास पहुंचे हैं। इसके अलावा गुस्सैल मोर, हाथी और आवारा कुत्तों द्वारा कार की छत या अन्य नुकसान करने के भी आए। इतना ही नहीं किसी चिड़ियां द्वारा कार के शीशे पर बार-बार अपनी चोंच से मारने के केस इंश्योरेंस कंपनी के पास क्लेम के लिए पहुंच रहे हैं। चूकिं यह कंपनी के लिए यह सब मामले नए हैं। इससे कर्मचारियों को इस केसों में क्लेम सेटल करने में ज्यादा माथापच्ची करनी पड़ रही है। कंपनियों ने अब जानवरों और प्राकृतिक किसी कारण से हुए व्हीकल को नुकसान के लिए अलग से एक्सपर्ट कर्मचारी और लीगल जानकारों को रखना शुरू कर दिया है। इंश्योरेंस कंपनियों के अनुसार कार पर नारियल गिरने या हाथियों द्वारा नुकसान पहुंचाने के मामले असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में ज्यादा हैं।


Topics:

---विज्ञापन---