‘क्या धरने का यही मकसद था…’, विनेश-बजरंग-साक्षी को ट्रायल में छूट मिलने पर भड़के योगेश्वर, फोगाट ने दिया ये जवाब
Wrestlers Protest(
Brij bhushan Sharan Singh Wrestlers Case: भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने वाली पहलवान साक्ष मलिक, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत 6 पहलवानों को ट्रायल में छूट दी गई है। यानी अब पहलवानों को आगामी एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप की भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए सिर्फ ट्रायल के विजेताओं को हराने की जरूरत होगी।
भारतीय ओलिंपिक संघ के एडहॉक पैनल के इस फैसले के बाद पहलवान योगेश्वर दत्त भड़क गए हैं। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या धरने का मकसद यही था? उन्होंने कुश्ती के लिए इसे काला दिन करार दिया। पहलवान विनेश फोगाट ने योगेश्वर दत्त पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि समाज में कोई भी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाता है तो योगेश्वर जरूर उल्टियां करता है। पहले किसानों, जवानों, छात्रों, मुसलमानों, सिखों पर घटिया टिप्पणियां कीं और अब महिला पहलवानों को बदनाम करने में लगा हुआ है।
विनेश फोगाट ने कहा- योगेश्वर कुश्ती जगत का जयचंद
'योगेश्वर दत्त का वीडियो सुना तो उसकी वह घटिया हंसी दिमाग में अटक गई। वह महिला पहलवानों के लिए बनी दोनों कमेटियों का हिस्सा था। जब कमेटी के सामने महिला पहलवान अपनी आपबीती बता रही थीं तो वह बहुत घटिया तरह से हंसने लगता। जब 2 महिला पहलवान पानी पीने के लिए बाहर आयीं तो बाहर आकर उनको कहने लगा कि कुछ ना हो बृजभूषण का। जाके अपनी प्रैक्टिस कर लयो।
एक दूसरी महिला पहलवान को बड़े भद्दे तरीके से बोला कि ये सब तो चलता रहता है इसको इतना बड़ा इशू मत बनाओ। कुछ चाहिए हो तो मुझे बताओ। कमेटी की बैठक के बाद योगेश्वर ने महिला पहलवानों के नाम बृजभूषण और मीडिया को लीक कर दिये। उसने कई महिला पहलवानों के घर फोन करके यह भी कहा कि अपनी लड़की को समझा लो। वह पहले ही सरेआम महिला पहलवानों के खिलाफ बयान दे रहा था, उसके बावजूद उसे दोनों कमेटियों में रखा गया।
वह पहलवानों और कोचों को महिला पहलवानों के आंदोलन में शामिल होने से लगातार रोकता रहा। सारा कुश्ती जगत समझ गया था कि योगेश्वर बृजभूषण की थाली का झूठा खा रहा है।
समाज में कोई भी अन्याय के खिलाफ आवाज उठाता है तो योगेश्वर जरूर उल्टियां करता है। पहले किसानों, जवानों, छात्रों, मुसलमानों, सिखों पर घटिया टिप्पणियां कीं और अब महिला पहलवानों को बदनाम करने में लगा हुआ है। समाज से गद्दारी के कारण ही दो बार चुनाव में औंधे मुंह गिरे हो तुम। और मैं चैलेंज करती हूं कि कभी जिंदगी में चुनाव नहीं जीतोगे, क्योंकि समाज जहरीले नाग से हमेशा सावधान रहता है और उसके कभी पैर नहीं लगने देता।
कुश्ती जगत को आपका बृजभूषण के तलवे चाटना हमेशा याद रहेगा। महिला पहलवानों को तोड़ने में इतना जोर मत लगाओ, बहुत पक्के इरादे हैं इनके। ध्यान रखना कहीं ज्यादा जोर लगवाने से कमर न टूट जाए। रीढ़ तो पहले ही बृजभूषण के पैरों में रख चुके हो। तुम बहुत संवेदनहीन इंसान हो। जालिम के हक में खड़े हो उसकी चापलूसी कर रहे हो। जब तक कुश्ती में योगेश्वर जैसे जयचंद रहेंगे, यकीनन जालिमों के हौंसले बुलंद रहेंगे।'
योगेश्वर दत्त ने एडहॉक कमेटी पर उठाए सवाल
योगेश्वर दत्त ने एडहॉक कमेटी के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जितने भी पहलवान हैं, वे इसके खिलाफ आवाज उठाएं। धरना दीजिए, प्रदर्शन कीजिए। आप पीएम, गृह मंत्री, खेल मंत्री, ओलिंपिक संघ को पत्र लिखिए। इतिहास में कभी भी किसी फेडरेशन ने ऐसे फैसले नहीं लिए हैं। जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने वाले पहलवानों को ही ट्रायल से क्यों छूट दी गई है?
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