BJP-RLD Seat Sharing Lok Sabha Election 2024: इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में भी बड़ा खेल हो सकता है। जानकारी के अनुसार, यहां राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल (RLD) के एनडीए में शामिल होने की बात चल रही है।
इस तरह विपक्षी गठबंधन 'इंडिया ब्लॉक' को एक और बड़ा झटका लग सकता है। जानकारी मिली है कि जयंत चौधरीकी पार्टी आरएलडी जल्द ही बड़ा ऐलान कर सकती है। आइए आपको बताते हैं कि आरएलडी-बीजेपी में लोकसभा चुनाव के लिए यूपी की किन सीटों पर चर्चा चल रही है।
कैराना, बागपत, मथुरा और अमरोहा सीट फाइनल
जानकारी के मुताबिक, BJP और RLD में 4 सीटों की बात फाइनल हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार, कैराना, बागपत, मथुरा और अमरोहा सीट पर बात लगभग फाइनल हो चुकी है। इसके साथ ही 5वीं सीट का भी नाम सामने आया है। पांचवीं सीट के तौर पर मुजफ्फरनगर को लेकर चर्चा चल रही है।
जयंत चौधरी की प्रेस कॉन्फ्रेंस जल्द
सूत्रों की मानें तो जयंत चौधरी 8 या 9 फरवरी को एनडीए के साथ मिलकर प्रेसवार्ता कर सकते हैं। इसे लेकर अटकलें भी तेज हैं। ये भी सामने आया है कि आरएलडी के सभी विधायक अयोध्या रामलला के दर्शन करने जाएंगे। ये विधायक सतीश महाना के साथ दर्शन करने जाएंगे। सतीश महाना यूपी विधानसभा के स्पीकर हैं।
मायावती के इंडिया ब्लॉक में शामिल होने की चर्चा
कहा ये भी जा रहा है कि राहुल गांधी चाहते हैं कि अगर जयंत चले जाएं तो अखिलेश यादव के साथ मायावती को भी इंडिया ब्लॉक में शामिल कर लिया जाए। आरएलडी की गैरमौजूदगी में यूपी में कम से कम 5-7 सीटों पर इसका असर देखने को मिल सकता है। सपा-बसपा में टक्कर इंडिया ब्लॉक के लिए भी घातक साबित हो सकती है। हालांकि मायावती ने यूपी की सभी लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
आपको बता दें कि कुछ समय पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी के साथ सीट शेयरिंग की बात कही थी। ऐसे में जयंत का एनडीए में शामिल होना इंडिया ब्लॉक के लिए बड़ा झटका साबित होगा। हालांकि आरएलडी को 2014 के लोकसभा चुनाव में एक भी सीट हाथ नहीं लगी थी। आरएलडी ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसके बाद आरएलडी ने 2019 के चुनावों में भी किस्मत आजमाई थी, लेकिन एक बार फिर उन्हें निराशा हाथ लगी। सपा और बसपा के साथ तीन सीटों पर आरएलडी ने चुनाव लड़ा, लेकिन इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
क्या है कारण
माना जा रहा है कि जयंत चौधरी को अपना राजनीतिक भविष्य एनडीए के साथ बेहतर दिख रहा है। राम मंदिर उद्घाटन के बाद इसे और बल मिला है। सपा ने जयंत चौधरी की पारंपरिक सीट मुजफ्फरनगर भी नहीं दी है। ऐसे में इस बात की प्रबल संभावना है कि जयंत किसी भी वक्त एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर दें। जयंत चौधरी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र हैं। उनके पिता चौधरी अजीत सिंह का 2021 में निधन हो गया था। इसके बाद से ही उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के तौर पर पार्टी की कमान संभाली हुई है। जयंत 2009 के चुनाव में मथुरा की मांट लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं।
इनपुट: मानस श्रीवास्तव, लखनऊ ये भी पढ़ें: UCC: उत्तराखंड में लिव-इन में रहने के लिए करनी होंगी ये शर्तें पूरी, जान लें पूरा प्रोसेस