संसद में 'धूम्रपान' का मामला बुधवार को फिर गर्म हो गया. भाजपा नेता अमित मालवीय ने 35 सेकंड का एक वीडियो शेयर किया है. मालवीय ने दावा किया है कि टीएमसी सांसद कीर्ति आजाद सदन में ई-सिगरेट पी रहे हैं. वीडियो में कीर्ति आजाद लोकसभा के भीतर बैठे हैं. इस दौरान उनके चेहरे के जैसे एक्सप्रेशन थे, वो स्मोकिंग से मिलते-जुलते हैं. पहले वो अपने दाहिने हाथ की मुट्ठी बंद करते हैं और उसे मुंह तक ले जाते हैं, मुंह के पास वे अपने हाथ को पांच सेकंड तक रखते हैं. हालांकि, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किए गए वीडियो में ना तो कोई सिगरेट और ना ही ई-सिगरेट दिख रही है. इसके अलावा वीडियो में मुंह से धुआं निकलते हुए भी नहीं दिख रहा.
बावजूद इसके, मालवीय ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर और सांसद आजाद पर सदन के भीतर स्मोकिंग करने का आरोप लगाया. उन्होंने वीडियो के साथ एक्स पर लिखा है, 'जिस टीएमसी सांसद पर अनुराग ठाकुर ने संसद के अंदर स्मोकिंग करने का आरोप लगाया था, वो कोई और नहीं बल्कि कीर्ति आजाद हैं. उनके जैसे लोगों के लिए कानून और नियमों का कोई मतलब नहीं है. जरा इनकी हिमाकत तो देखिए, सदन में अंदर बैठे हुए ही अपने हाथ में ई-सिगरेट छुपा रहे हैं!'
---विज्ञापन---
साथ ही उन्होंने कहा, 'स्मोकिंग करना कोई गैर-कानूनी नहीं, लेकिन संसद में करना पूरी तरह से अस्वीकार्य है. टीएमसी चीफ ममता बनर्जी को अपने सांसद के दुर्व्यवहार पर सफाई देना चाहिए.'
---विज्ञापन---
पिछले सप्ताह क्यों उठा था ये मामला
बता दें, पिछले गुरुवार को अनुराग ठाकुर ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से सदन में टीएमसी सांसदों के स्मोकिंग करने की शिकायत की थी. अनुराग ठाकुर ने कहा था, 'ई-सिगरेट पूरे देश में बैन हैं… फिर भी तृणमूल सांसद सदन में बैठकर स्मोकिंग कर रहे हैं.' इसके बाद लोकसभा स्पीकर बिरला ने सदन के सांसदों से गरिमा बनाए रखने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि हमें संसदीय परंपराओं और नियमों का पालन करना चाहिए. यदि मेरे सामने ऐसे मामले आते हैं, तो मैं कार्रवाई करूंगा.
यह भी पढ़ें : ममता के कौन से सांसद सदन में पीते दिखे ई-सिगरेट? TMC-BJP में हुआ हंगामा, सौगत राय ने दी सफाई
जब संसद परिसर में स्मोकिंग करते दिखे सौगत रॉय
पिछले हफ्ते एक और टीएमसी सांसद सौगत रॉय संसद परिसर में स्मोकिंग करते दिखे थे. तभी उनका सामना भाजपा सांसद गिरिराज सिंह और गजेंद्र शेखावत से हो जाता है. इस दौरान भाजपा सांसदों ने उन्हें स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए स्मोकिंग ना करने की सलाह दी. इसका एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह पीठ पीछे सिगरेट को छिपाकर उनसे बहस करते हुए दिख रहे हैं. फिर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि सदन के भीतर स्मोकिंग नहीं कर सकते, बाहर परिसर में कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें : संसद में ई सिगरेट पर मचा हंगा, जानिए E-cigarette क्या है और यह आम सिगरेट से कैसे अलग है
जब भाजपा सांसदों ने रॉय से कहा कि आप खुद के साथ-साथ हमारा स्वास्थ्य भी खतरे में डाल रहे हैं तो टीएमसी सांसद ने दिल्ली के AQI का हवाला देते हुए उन पर पटलवार करने की कोशिश की.
2015 में भी हुआ था स्मोकिंग पर विवाद
इससे पहले भी 2015 में संसद के भीतर धूम्रपान को लेकर विवाद हुआ था. उस वक्त संदन के भीतर स्मोकिंग पर बैन लगा दिया गया था. सदन में मौजूद स्मोकिंग रूम को टीएमसी के कार्यालय में बदल दिया गया था. जिसके बाद सत्ता और विपक्ष दोनों के सांसदों ने तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से शिकायत की थी.
यह भी पढ़ें : संसद में ई सिगरेट पर मचा हंगा, जानिए E-cigarette क्या है और यह आम सिगरेट से कैसे अलग है
भारत में बैन है ई-सिगरेट
ई-सिगरेट का सेवन भारत में पूरी तरह से गैर-कानूनी है. साल 2019 में एक कानून आया था. जिसके तहत ई-सिगरेट के प्रोडेक्शन, मैन्युफैक्चरिंग, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, ट्रांसपोर्ट, सेल, डिस्ट्रीब्यूशन, स्टोरेज और एडवरटाइजमेंट को बैन किया गया था.