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100 FIR, 30 अरेस्ट वारंट, 20 नोटिस…5 साल बाद पुलिस के हाथ लगा, जानें चोर कैसे बना दुकानदार?

Bengaluru Thief Sameer Sharma Crime History: बेंगलुरु पुलिस के हाथ वह चोर लग गया है, जिसके खिलाफ 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं। उसे चोरी के केस में दबोचा तो रिकॉर्ड खंगालने पर उसकी क्राइम हिस्ट्री सामने आ गई। आइए इस चोर के बारे में जानते हैं...

Sameer Sharma
Bengaluru Thief Sameer Sharma Crime History: बेंगलुरु पुलिस की 5 साल से चल रहा एक सर्च ऑपरेशन पूरा हो गया है। पुलिस के हाथ 5 साल से फरार चोर लगा है, जिसका नाम समीर शर्मा है। इस चोर को पुलिस ने 7 नवंबर 2024 को एक घर में घुसकर 5.6 लाख रुपये से अधिक की लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने समीर शर्मा का क्राइम रिकॉर्ड खंगालने के लिए उसके फिंगर प्रिंट मिलाए तो उसका क्राइम रिकॉर्ड देखकर पुलिस वाले चौंक गए। क्योंकि यह वही समीर था, जिसे पुलिस 5 साल से तलाश रही थी। इस समीर शर्मा के खिलाफ बेंगलुरु में 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं। इसके खिलाफ 30 अरेस्ट वारंट जारी और 20 नोटिस जारी हो चुके हैं। यह भी पढ़ें:ईरान की वायरल लड़की पर आया कोर्ट का अहम फैसला, जानें सजा मिली या नहीं?

10 साल से चोरियां कर रहा समीर

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु के कारवार में रहने वाले 40 साल के समीर शर्मा के खिलाफ बेंगलुरु, गोवा और पंजाब तीन राज्यों में चोरी के केस दर्ज हैं। साल 2015 से 2019 के बीच उसके खिलाफ केस दर्ज हुए। साल 2019 में समीर के खिलाफ गोवा में चोरी के 7 मामले और पंजाब में 5 मामले दर्ज हुए थे। करीब 10 साल से समीर चोरियां कर रहा है और साल 2019 से पुलिस उसे तलाश रही है। समीर के बारे में खास बात यह भी पता लगी कि वह सिर्फ दिन में चोरी करता है। उसने आज तक रात में चोरी नहीं की। वह रिहायशी इलाकों में घरों या पेइंग गेस्ट हाउस के अंदर चोरी करता था। वह खिड़कियों के रास्ते घुसता था और जो भी कीमती सामान हाथ लगता था, चोरी करके फरार हो जाता था। यह भी पढ़ें:20 साल से वांटेड, 3.50 लाख इनाम; कौन था नक्सली विक्रम गौड़ा, जो मुठभेड़ में मारा गया?

साल 2010 में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान थी

कारवार के SP एम नारायण ने बताया कि समीर सभी चोरियां अकेले ही करता है। वह किसी गिरोह का मेंबर नहीं और न ही उसका कोई साथी है। वह जेल में भी रह चुका है, लेकिन पता चला है कि वह जेल में किसी से बात नहीं करता था। चाहे कुछ हो जाए, उसने आज तक किसी से बात नहीं की और न ही अपने बारे में किसी को कुछ बताया। समीर साल 2010 में इलेक्ट्रिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाता था, लेकिन ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में उसने चोरी का रास्ता अपनाया। इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स चुराने वाले राजस्थान के एक युवक ने उसे बताया कि आने वाले समय में लैपटॉप और मोबाइल फोन की भारी मांग होगी। इसलिए उसने चोरी करने की राह चुनी। चोरी किए सामान को बेचकर वह घूमने चला जाता था। यह भी पढ़ें:मोदीनगर में मंदिर में निकाह; हिंदू संगठनों ने काटा बवाल, जानें कैसे खुला शादी का राज?


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