Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को अपने आवास पर कुछ मंत्रियों और पार्टी विधायकों के साथ अनौपचारिक बैठक की है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई, गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, अल्पसंख्यक मंत्री सालेह मोहम्मद, खेल मंत्री अशोक चंदना और विधायक मदन प्रजापत, रफीक खान, अमीन कागजी, खुशवीर जोजावर, अमित चचन, जगदीश जांगिड़ भी मौजूद थे।
अभी पढ़ें- Rajasthan Political Crisis: सीएम अशोक गहलोत को क्लीनचिट, इन चार नेताओं पर कार्रवाई की अनुशंसा
इससे पहले राजस्थान में सियासी खींचातान के बीच कांग्रेस नेतृव्य ने बड़ा कदमा उठाया है। पार्टी की अनुशासन समिति ने 3 विधायकों को नोटिस भेजा है। सूत्रों के अनुसार नोटिस में उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की जाए इसका जवाब मांगा गया है। पर्यवेक्षकों द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पार्टी प्रमुख को अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद पार्टी की अनुशासन समिति द्वारा ने यह कदम उठाया है। समिति ने आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर, मुख्य सचेतक महेश जोशी और संसदीय मामलों के मंत्री शांति धारीवाल को नोटिस जारी किए हैं।
अभी पढ़ें- Rajasthan Political Crisis: पार्टी की अनुशासन समिति ने 3 विधायकों को भेजा नोटिस, उन पर क्यों न हो कार्रवाई इसका जवाब मांगा
इससे पहले प्रभारी अजय माकन ने ईमेल के जरिए सोनिया गाँधी को रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें सीएम अशोक गहलोत को क्लीन चिट दी गयी है। रिपोर्ट में विधायक दल की मीटिंग अलग करवाने को लेकर चार लोगों को क़सूरवार ठहराया गया है। जानकारी के मुताबिक ऑब्जर्वर्स की रिपोर्ट में विधायक दल की मीटिंग अलग करवाने को लेकर फ़ूड मिनिस्टर प्रताप सिंह खाचरियावास, संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ और विधानसभा के चीफ़ व्हीप महेश जोशी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है।
अभीपढ़ें– देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें