Thursday, 18 April, 2024

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Mathura Junction: बच्चा चोरी मामले में बड़े गिरोह का खुलासा, पुलिस ने डॉक्टर दंपति से उगलवाई 7 मासूमों की कहानी

आगरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा रेलवे स्टेशन से बच्चा चोरी के मामले की जांच कर रही पुलिस ने बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि हाथरस के रहने वाले एक डॉक्टर दंपति ने पिछले एक साल में सात बच्चों को तस्करी के माध्यम से बेचा है। आपको बता दें कि […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Aug 31, 2022 15:18
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आगरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा रेलवे स्टेशन से बच्चा चोरी के मामले की जांच कर रही पुलिस ने बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि हाथरस के रहने वाले एक डॉक्टर दंपति ने पिछले एक साल में सात बच्चों को तस्करी के माध्यम से बेचा है। आपको बता दें कि मथुरा रेलवे स्टेशन से चोरी सात माह के बच्चे को फिरोजाबाद जिले में एक महिला पार्षद को करीब दो लाख रुपये में बेचा गया है। पुलिस ने अभी तक 8 लोगों और 3 स्वास्थ्य कर्मियों को गिरफ्तार किया है।

डॉक्टर दंपति के खिलाफ धोखाधड़ी का भी केस दर्ज

डॉक्टर प्रेम बिहारी सिंह और उनकी पत्नी दयावती सिंह के खिलाफ जीआरपी द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके बाद मंगलवार को हाथरस जिले में उनके खिलाफ दो निजी अस्पतालों का संचालन करने पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे में धोखाधड़ी और भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम, 1956 की 15 (3) के तहत धाराएं लगाई गई हैं। हाथरस के जिलाधिकारी रमेश रंजन ने कहा कि हम जीआरपी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा दर्ज मामलों के आधार पर डॉक्टर दंपति के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम में भी कार्रवाई करेंगे। दंपति द्वारा संचालित दोनों निजी अस्पतालों को मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए सील किया गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग को अस्पतालों के लाइसेंस रद्द करने का भी निर्देश दिया गया है।

सरकारी सेवाओं में रहते हुए चला रहे थे दो अस्पताल

आपका बता दें कि निजी अस्पताल चलाने के अलावा दंपति सरकारी अस्पतालों में अनुबंध पर भी काम कर रहे थे। प्रेम बिहारी सिंह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उनकी पत्नी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े हुए थे। हाथरस के सीएमओ मंजीत सिंह ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में दोनों डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। वहीं जीआरपी आगरा यूनिट के अधीक्षक मोहम्मद मुश्ताक ने 8 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया, जो बाल तस्करी के इस रैकेट की जांच कर रही है।

एस साल में सात मासूमों को तस्करी से बेचा

पुलिस ने बताया कि डॉक्टर दंपति बच्चों के अपहरण और तस्करी के गिरोह को संचालित करता था। पूछताछ के दौरान उन्होंने पिछले एक साल में 7 मासूम बच्चों को बेचने की बात कबूल की है। पुलिस ​अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही आरोपियों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अपील की जाएगी। पिछले पांच दिनों में ताड़बतोड़ कार्रवाई के बाद पुलिस ने अभी तक अपहरणकर्ता दीप कुमार शर्मा समेत कुल आठ लोगों और तीन स्वास्थ्य कर्मियों को गिरफ्तार किया है।

First published on: Aug 31, 2022 03:18 PM
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