Migraine Ka Ilaj: माइग्रेन साधारण सिर दर्द से अलग होता है. यह ज्यादा तेज होता है और लंबे समय तक रहता है. कई बार लोग कई-कई दिनों तक माइग्रेन के दर्द से परेशान रहते हैं. माइग्रेन का दर्द इतना तेज होता है कि अक्सर व्यक्ति से ना कुछ खाते बनता है और ना ही चैन से कुछ पिया जाता है. कई बार तो व्यक्ति को जी मितलाने से लेकर कमजोरी और देखने में धुंधलाहट की दिक्कत भी हो जाती है. ऐसे में अगर आप भी माइग्रेन से दोचार होते हैं तो यहां जानिए बाबा रामदेव (Baba Ramdev) माइग्रेन दूर करने के लिए किस घरेलू नुस्खे को आजमाने की सलाह दे रहे हैं. बाबा रामदेव ने बताया है कि एक ऐसा तेल है जिसका इस्तेमाल करने पर माइग्रेन से राहत मिल जाती है.
कैसे मिलेगा माइग्रेन से छुटकारा
बाबा रामदेव बताते हैं कि माइग्रेन का तीव्र दर्द होने लगे तो इससे छुटकारा पाने के लिए बादाम के तेल (Almond Oil) या बादाम रोगन का इस्तेमाल किया जा सकता है. बादाम रोगन कोंप्रेस्ड स्वीट बादाम तेल होता है जो माइग्रेन का दर्द दूर करने में असर दिखाता है. बाबा रामदेव का कहना है कि माइग्रेन होने पर आपको बादाम रोगन लेकर नाक में डालना है. अपने सिर को ऊपर की तरफ उठाएं और फिर नाक में इसकी 2-3 बूंदे डाल लें. इसके बाद तेल को नाक से नीचे पेट तक जाने दें.
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दूध में डालकर भी पी सकते हैं.
बादाम के तेल को दूध में डालकर भी पिया जा सकता है. इससे माइग्रेन से तेजी से छुटकारा मिलता है. बादाम के तेल में मौजूद गुण सिर के तेज दर्द को दूर करके राहत दिलाने का काम करते हैं.
घी भी आता है काम
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण की सलाह है कि अगर आपको माइग्रेन या सिर का दर्द (Headache) हो रहा है तो आप घी को नाक में डाल सकते हैं. इसके लिए आपको घी की 4 बूंदे नाक में डालनी होंगी.
मेधा क्वाथ भी है असरदार
मेथा क्वाथ का सेवन भी सिरदर्द में लाभकारी साबित होता है. इसे उबालकर सुबह-शाम लेने पर माइग्रेन की दिक्कत दूर हो जाती है. एक से डेढ़ महीने तक इसका सेवन किया जाए तो कभी सिर दर्द नहीं होगा.
माइग्रेन के फेजेस कौन-कौन से हैं
पहला फेज - माइग्रेन का पहला फेज है प्रोड्रोम जो सिर दर्द का अटैक (Headache Attack) आने से 24 घंटे पहले तक रहता है. इसमें मूड चेंज होने लगता है, सोने में दिक्कत होती है और ध्यानकेंद्रित नहीं हो पाता है.
दूसरा फेज - माइग्रेन का दूसरा फेज है औरा. यह सिर दर्द का अटैक आने से 5 से 60 मिनट पहले या सिर दर्द के अटैक के दौरान रहता है. इसके लक्षण हैं मसल्स का कमजोर होना, देखने में दिक्कत होना और कानों में झनझनाहट महसूस होना.
तीसरा फेज - सिरदर्द का अटैक माइग्रेन का तीसरा फेज है. यह 72 घंटों तक रहता है. इसमें जी मितलाता है, उल्टी आने लगती है, सिर के एक तरफ दर्द होता है और आवाज, रोशनी या किसी गंध को लेकर सेंसिटिविटी होने लगती है.
चौथा फेज - पोस्ट्रोम माइग्रेन का चौथा और आखिरी फेज है. यह सिर दर्द के अटैक के बाद 48 घंटों तक रहता है. इसमें थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है, गर्दन में अकड़न रहती है और फोकस करने में दिक्कत होने लगती है.
माइग्रेन कैसे ट्रिगर होता है
- तनाव से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है.
- कुछ दवाएं माइग्रेन के दर्द की वजह बनती हैं.
- मौसम में बदलाव भी माइग्रेन का कारण बनता है.
- हार्मोनल चेंजेस, बहुत ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी या फिर नींद लेने के समय में बदलाव आने पर सिरदर्द हो सकता है.
- खानपान भी माइग्रेन को प्रभावित करता है. खाना ना खाने पर या फिर कैफीन या तंबाकू के सेवन से माइग्रेन ट्रिगर (Migraine Trigger) हो सकता है.
- बहुत ज्यादा तेज आवाज, ब्राइट लाइट या किसी चीज की स्ट्रोंग महक माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है.
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