Cancer Causes: खान-पान की खराब आदतों से पेट में अल्सर बनने की समस्या हो जाती है। इससे पाचन शक्ति भी कमजोर हो जाती है और पेट में एसिडिटी, कब्ज और गैस बनने की समस्या भी बढ़ जाती है। पेट में अल्सर बनने वाली स्थिति को गैस्ट्रिक अल्सर कहते हैं। ऐसा ज्यादातर सोडियम युक्त खाना खाने से होता है, स्ट्रेस लेने से, शराब और धूम्रपान के साथ-साथ कम पानी पीने या मसालेदार भोजन से भी होता है। हमें इस स्थिति को लंबे समय तक इग्नोर नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आगे चलकर गंभीर हो जाती है। गैस्ट्रिक अल्सर कैंसर को भी बढ़ावा देते हैं। आइए जानते हैं पेट में अल्सर कैसे बनते हैं और इससे कैंसर का रिस्क कितना है।
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट?
गैस्ट्रिक अल्सर के बारे में डॉक्टर कुणाल दास कहते हैं कि गैस्ट्रिक अल्सर और पेट का कैंसर दोनों पेट से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हैं। पेट में अल्सर तब बनते हैं जब पेट में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। एसिड की मात्रा बढ़ने पर पेट के अंदर की परत पर इसका असर पड़ता है जिससे अल्सर बनते हैं। ये अल्सर यदी गंभीर हो जाएं तो कुछ मामलों में कैंसर का कारण भी बन सकते हैं। हालांकि, दोनों का सीधा संबंध नहीं है लेकिन पेट के कैंसर के लिए इसे भी जिम्मेदार माना जा सकता है। वहीं, एसिडिटी भी बार-बार होने से पेट का पीएच बैलेंस बिगड़ जाता है, जिससे बार-बार अल्सर की समस्या होती है।
ये भी पढ़ें- Vitamin B-12 Benefits: शरीर के लिए क्यों जरूरी यह विटामिन?
गैस्ट्रिक अल्सर क्या है?
गैस्ट्रिक अल्सर के बारे में डॉक्टर कुणाल दास कहते हैं कि गैस्ट्रिक अल्सर और पेट का कैंसर दोनों पेट से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हैं। पेट में अल्सर तब बनते हैं जब पेट में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। एसिड की मात्रा बढ़ने पर पेट के अंदर की परत पर इसका असर पड़ता है जिससे अल्सर बनते हैं। ये अल्सर यदी गंभीर हो जाएं तो कुछ मामलों में कैंसर का कारण भी बन सकते हैं। हालांकि, दोनों का सीधा संबंध नहीं है लेकिन पेट के कैंसर के लिए इसे भी जिम्मेदार माना जा सकता है। वहीं, एसिडिटी भी बार-बार होने से पेट का पीएच बैलेंस बिगड़ जाता है, जिससे बार-बार अल्सर की समस्या होती है।
पेट का कैंसर क्या है?
पेट का कैंसर, कैंसर का एक घातक प्रकार है, जिसमें पेट की अंदर की परत जिसे एंडोमेट्रियम कहते हैं, में कुछ सेल्स का विकास होता है। यह एक गंभीर कैंसर का टाइप है जो इलाज के बिना मरीज के जीवन को खतरे में डाल सकता है।
[caption id="attachment_951113" align="alignnone" ] Digestion[/caption]
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट क्या बोलते हैं?
डॉक्टर जितेंद्र वारसकिया आयुर्वेद एक्सपर्ट कहते हैं कि पेट में अल्सर और कैंसर एक-दूसरे कुछ हद तक संबंधित हो सकते हैं क्योंकि लाइफस्टाइल डिसऑर्डर से ही पेट में अल्सर बनते हैं। ज्यादा तला भुना खाना खाने से, ऑयली खाना, जंक फूड या कोल्ड ड्रिंक पीने से पेट में घाव होते हैं। बासी खाना बार-बार खाने से भी पेट का डाइजेशन वीक हो जाता है, जिससे अल्सर होते हैं। साथ ही स्ट्रेस भी इसका एक कारण है।
क्या गैस्ट्रिक अल्सर से पेट का कैंसर हो सकता है?
गैस्ट्रिक अल्सर अकेला पेट के कैंसर का कारण नहीं होता है, लेकिन यदि गैस्ट्रिक अल्सर लंबे समय तक ठीक न हो, तो यह पेट की अंदर की परत को नुकसान पहुंचा सकता है और इसके कारण ही कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। दरअसल, बार-बार अल्सर बनने से पेट की परत को कमजोर हो जाती है और उसे कैंसर में बदलने की संभावना तेज हो जाती है।
क्यों होता है कैंसर?
इस पर डॉक्टर श्रुति गोरा बताती हैं कि कैंसर के होने के पीछे अल्सर के बैक्टीरिया है। इस बैक्टीरिया की मौजूदगी से कैंसर का जोखिम बढ़ता है वहीं, अल्सर की समस्या को कम करने के लिए डॉक्टर कहती हैं कि दवाओं के सेवन से परहेज करना सही रहेगा क्योंकि दवाएं जो एंटासिड्स होती हैं, वे खुद भी पेट में गैस-एसिडिटी की प्रॉबल्मस को बढ़ा सकते हैं।
बचाव में क्या कर सकते हैं?
रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाएं ताकि कब्ज या पेट से संबंधित समस्याओं का समय से इलाज हो सके।
खान-पान सही रखें, अपनी डाइट में फाइबर, विटामिन-सी, एंटीऑक्सिडेंट्स और फर्मेंटेड फूड्स का सेवन करें।