Fatty Liver Symptoms: लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जिसके स्वास्थ्य को सही रखना बेहद जरूरी है क्योंकि इसकी कार्यक्षमता प्रभावित होने से शरीर की भी गतिविधि धीमी हो जाती है। लिवर डिजीज में सबसे प्रमुख फैटी लिवर डिजीज होता है, जिसके मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। फैटी लिवर के 3 ग्रेड होते हैं। ग्रेड भी बीमारी के अलग-अलग स्टेज और उस स्टेज से होने वाले जोखिमों के बारे में बताता है। फैटी लिवर ग्रेड-1 सबसे कम हानिकारक होता है और तीसरा इतना गंभीर कि खाना खाते ही उल्टी या मल त्याग की स्थिति बन जाती है। आइए जानते हैं इस बारे में सबकुछ।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
वुमेन हेल्थ केयर स्पेशलिस्ट डायटीशियन साक्षी के अनुसार फैटी लिवर एक ग्रोइंग कॉमन डिजीज है, जो आजकल अधिकतर लोगों को होने लगी है। यह लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारी है, जो हमारी अनहेल्दी डेली रुटीन को अपनाने से हो सकती है। इसके 3 ग्रेड अलग-अलग और गंभीर होते हैं। इनके लक्षण खाना खाने के बाद तुरंत नजर आते हैं।
ये भी पढ़ें- नींद की कमी से बढ़ता है इन बीमारियों का रिस्क!1. Grade-1 फैटी लिवर- डायटीशियन के अनुसार ग्रेड-1 में खाना खाने के बाद एसिडिटी होती है। जो लोग इस स्टेज पर इसे क्योर नहीं करते, उन्हें ग्रेड-2 तक पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगता है।
2. Grade-2 फैटी लिवर- इस प्रकार के फैटी लिवर में यदि पहले से इलाज नहीं होता है, तो एसिडिटी की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। यह हाई एसिडिटी की प्रॉब्लम होती है, जिसमें इंसान के सिर में भी एसिडिटी का असर होता है और सिरदर्द होता रहता है। इस ग्रेड का प्रमुख कारण स्पाइसी खाना खाना है।
3. Grade-3 फैटी लिवर- ग्रेड-3 फैटी लिवर में मरीज थोड़ा खाना खाने के बाद ही पेट में मरोड़े महसूस करता है, जिसके बाद उसे तुरंत फ्रेश होना पड़ता है। ग्रेड-3 हमेशा IBS का एक कारण भी बनता है।